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Uttarkashi: 9 दिनों बाद मजदूरों के लिए राहत की खबर! 6 इंच चौड़े पाइप के जरिए पहुंचाया गया खाना, ऐसे हुआ इंतजाम

Silkyara Tunnel: आखिरकार सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए 9 दिन में पहली बार अच्छी खबर आई है. दरअसल मजदूरों तक खाने पीने का सामान पहुंचाने के इंतजाम किया जा चुका है.

मजदूरों तक खाने पीने का सामान पहुंचाने का हुआ इंतजाम

Uttarkashi Tunnel Update: उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. हर दिन राहत बचाव दल श्रमिकों बाहर निकालने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं. आखिरकार सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए 9 दिन में पहली बार अच्छी खबर आई है. दरअसल मजदूरों तक खाने पीने का सामान पहुंचाने के इंतजाम किया जा चुका है. जानकारी के मुताबिक, टनल के अंदर 6 इंच का चौड़ा पाइप पहुंचा दिया है. इससे पहले इस पाइप को अंदर पहुंचाने के सुरंग में मौजूद पत्थर परेशानी कर रहे थे.

हालांकि अब इस पाइप को 57 इंच अंदर पार कर दिया गया है. इसके चलते ही अब टनल में फंसे मजदूरों के लिए खाना पहुंचाया जाएगा. एक अधिकारी ने बताया है कि खाने के अलावा मोबाइल और चार्जर भी भेजने की कोशिश की जाएगी.

खाना, मोबाइल और चार्जर भेजे जाएंगे

उत्तरकाशी सुरंग हादसा पर कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि 150 एमएम व्यास की पाइपलाइन स्थापित की गई है. हम इससे सुरंग के अंदर फंसे लोगों को खाना, मोबाइल और चार्जर भेजेंगे. हम अंदर वाईफाई कनेक्शन लगाने की भी कोशिश करेंगे. डीआरडीओ के रोबोट भी काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीआरडीओ ने 20 किलो और 50 किलो वजनी 2 रोबोट भेजे हैं. ये रोबोट जमीन पर चलते हैं और यहां जमीन रेत की तरह काम कर रही है, लेकिन हमें आशंका है कि रोबोट वहां चल पाएंगे या नहीं..’ उन्‍होंने कहा कि रोबोट्स को लेकर अभियान में मदद मिलेगी या नहीं; इसको लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है.

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खाने में दिया जाएगा ये सामान

बताया गया है कि श्रमिकों तक दलिया, दाल, सोयाबीन खिचड़ी, मोबाइल फोन, चार्जर और दवाइयां पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो गया है. बता दें राहत बचावकर्मी लगातार मजदूरों से संपर्क साधने की कोशिश में लगे हुए हैं. मजदूरों को भोजन और दवाओं की आवश्यक आपूर्ति प्रदान की जा रही है.  सभी को यह उम्मीद है कि मजदूरों तक हर संभव मदद पहुंचाए जा सके और उन्हें जीवित बाहर निकाला जा सके.

– भारत एक्सप्रेस

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