Crude Oil Price: पिछले कुछ समय से कच्चे तेल के दामों में गिरावट ने राहत दी है. जनवरी, 2022 के बाद पहली बार कच्चे तेल के दाम 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आए हैं. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद इस बाद को लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं कि भारत में पेट्रोल और डीजल के दामों में भी कमी आ सकती है. अगर ऐसा हुआ तो आम आदमी के लिए यह बड़ी राहत होगी.
फिलहाल, ब्रेंट क्रूड 79.35 डॉलर और WTI क्रूड 74.09 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है, जिसके बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि चुनाव के बाद देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें घट सकती हैं. बीते कुछ समय से कच्चे तेल के दामों में गिरावट जारी है और यह बुधवार को 11 महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गया है.
डिमांड में लगातार कमी, रूस-यूक्रेन युद्ध का लंबा खींच जाना और चीन में कोरोना के मामलों के फिर से रफ्तार पकड़ने को कच्चे तेल में गिरावट का कारण माना जा रहा है. वहीं, क्रूड की कीमतों में सबसे ज्यादा दबाव पश्चिमी देशों की ओर से रूसी कच्चे तेल पर 60 डॉलर का प्राइस कैप लगाने के फैसले के बाद देखने को मिल रहा है. हालांकि, इस प्राइस कैप को लेकर रूस ने उन देशों को तेल न बेचने का फैसला किया है जो इसके समर्थन में हैं.
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चीन में कम हुई तेल की डिमांड
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए जीरो कोविड पॉलिसी लागू की गई है. इसके कारण देश में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है. चीन में उद्योग-धंधे ठप हो गए हैं और तेल की डिमांड कम हो गई है. माना जा रहा है कि इस कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट आई है.
पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बाद भारत में तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के रेट अपडेट कर दिए हैं. तेल के दाम में बुधवार को कोई बदलाव नहीं आया है. दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर जबकि, डीजल के दाम 89.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है.
– भारत एक्सप्रेस
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