क्या होता है QR Code?
Quick Response Code: भारत ने डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है, और इसके पीछे QR Code का बड़ा हाथ है. QR Code, जिसका पूरा नाम Quick Response Code है, आज हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन गया है. इसकी बढ़ती लोकप्रियता का मुख्य कारण इसकी सरलता और सुविधाजनक उपयोग है.
लेन-देन को सुरक्षित और पारदर्शी बनाता है
देश में ज्यादातर लोग QR Code के माध्यम से लेन-देन करने लगे हैं, जो विश्व के अन्य हिस्सों के लिए भी एक तरह से रोल मॉडल बनता जा रहा है. क्यूआर कोड तकनीक न केवल भुगतान प्रक्रिया को तेज करती है, बल्कि ग्राहकों और व्यापारियों दोनों के लिए लेन-देन को सुरक्षित और पारदर्शी बनाती है.
कैसे करता है काम?
QR Code ठीक वैसे ही काम करता है जैसे बारकोड काम करता है. हालांकि, यह देखने में उससे थोड़ा अलग होता है. आपको QR Code में बारकोड की तरह लाइनें नहीं बल्कि ढेर सारे डॉट्स दिखाई देंगे.
कितने प्रकार के होते हैं QR Code?
QR Code दो प्रमुख प्रकार के होते हैं: स्टैटिक और डायनमिक. स्टैटिक QR Code एक बार जनरेट होने के बाद बदलता नहीं है, और इसमें स्थिर जानकारी जैसे कि वेबसाइट का URL या संपर्क विवरण होता है. वहीं, डायनमिक QR Code को बार-बार अपडेट किया जा सकता है, जिसमें मौजूद जानकारी बदल सकती है. यह विशेष रूप से व्यवसायों के लिए लाभकारी होता है, जो प्रचार और मार्केटिंग के लिए डायनमिक QR Codes का उपयोग करते हैं. इनका उपयोग कूपन, प्रमोशनल ऑफर, और अन्य सुविधाजनक जानकारी प्रदान करने के लिए किया जाता है.
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भविष्य की संभावनाएं
QR Code की तकनीकी विशेषताएं इसे अन्य बारकोड्स से अलग बनाती हैं. इसमें Error Correction का सिस्टम होता है जो स्कैनिंग के दौरान किसी भी छोटे नुकसान को ठीक कर सकता है. इसके अलावा, QR Code अलग-अलग Encoding Modes का इस्तेमाल करता है, जिससे यह विभिन्न प्रकार के डेटा को संभाल सकता है. भविष्य में, QR Code के उपयोग में और भी वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि यह न केवल व्यापारिक लेन-देन को आसान बनाता है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य क्षेत्रों में भी इसका इस्तेमाल तेजी के साथ बढ़ रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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