सांकेतिक फोटो-सोशल मीडिया
Senior Citizen Fixed Deposit: देश को आर्थिक रूप से स्ट्रांग बनाने में बुजुर्ग (Senior Citizen) भी अहम भूमिका निभा रहे हैं. SBI की एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि देश के सीनियर सिटीजन के फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) में निवेश पर आए ब्याज से सरकार ने 27,000 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स के रूप में कमाया है. रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले आंकड़े की अपेक्षा इस बार बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. इसी के साथ ही रिपोर्ट में इस आंकड़े को अच्छा बताया गया है.
एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज दर होने की वजह से वरिष्ठ नागरिकों के बीच यह डिपॉजिट स्कीम काफी लोकप्रिय है. एसबीआई द्वारा किए गए रिसर्च में ये अनुमान लगाया गया है कि फिक्स्ड डिपॉजिट के तहत 7.3 करोड़ खातों में 15 लाख रुपये से अधिक रुपए जमा हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, इन डिपॉजिट पर 7.5 फीसदी का ब्याज मिलने के अनुमान को अगर देखा जाए तो बुजुर्गों ने केवल ब्याज के रूप में ही पिछले वित्त वर्ष में 2.7 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं.
आगे कहा गया है कि इसमें बैंक जमा से 2.57 लाख करोड़ रुपये और शेष राशि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की है. रिसर्च रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि “सीनियर सिटीजन के जरिेए चुकाए गए 10 फीसदी (औसत) टैक्स को सभी वर्गों के बीच सुसंगत मानते हुए, भारत सरकार द्वारा इस बारे में टैक्स कलेक्शन लगभग 27,106 करोड़ रुपये होगा.”
रिपोर्ट में पिछले सालों के बारे में कहा गया है कि “पिछले पांच सालों में जमा की कुल राशि वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में 143 फीसदी बढ़कर 34 लाख करोड़ रुपये हो गई जबकि पांच साल पहले यह 14 लाख करोड़ रुपये थी.”
रिपोर्ट ने आगे बताया है कि इस अवधि में फिक्स्ड डिपॉजिट खातों की कुल संख्या 81 फीसदी बढ़कर 7.4 करोड़ हो गई है. तो वहीं देश भर के तमाम बैंक सीनियर सिटीजन्स को आकर्षित करने के लिए अपने फिक्स्ड डिपॉजिट पर 8.1 फीसदी तक का ब्याज भी देने के लिए तैयार हैं.
-भारत एक्सप्रेस