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Uttar Pradesh: प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान Sambhal में मिला प्राचीन मंदिर

भगवान शिव के इस मंदिर के पास एक रैंप के नीचे एक कुआं भी मिला है. प्रशासन को कथित तौर पर उस पर बने रैंप को हटाना पड़ा और कुएं को खोजने के लिए आसपास के मलबे को साफ करना पड़ा.

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के अदालत के आदेश पर हुए सर्वे और उसके बाद हुई हिंसा के कारण चिंता बनी हुई है. इस बीच प्रशासन ने अब मुगलकालीन मस्जिद के आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण और बिजली चोरी से निपटने के लिए अभियान शुरू किया है.

मीडिया में आईं खबरों से पता चलता है कि संभल प्रशासन ने अपने अभियान के दौरान क्षेत्र में एक मंदिर और उसके पास एक कुआं भी खोजा है. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, संभल प्रशासन और उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक मंदिर पाया है, जिसके अंदर भगवान शिव की मूर्ति है, जिस पर कथित तौर पर अतिक्रमण किया गया था. बताया जा रहा है कि 42 साल बाद मंदिर को जनता के लिए फिर से खोलने के लिए साफ-सफाई की जा रही है.

संभल के डीएम ने कहा

संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने एएनआई को बताया, ‘जब हम इलाके में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे थे, तो हमें एक मंदिर मिला, जिस पर अतिक्रमण किया गया था.’ भगवान शिव के इस मंदिर के पास एक रैंप के नीचे एक कुआं भी मिला है. प्रशासन को कथित तौर पर उस पर बने रैंप को हटाना पड़ा और कुएं को खोजने के लिए आसपास के मलबे को साफ करना पड़ा. अधिकारियों ने कहा कि कुएं को मंदिर का प्रबंधन करने वाले लोगों को सौंप दिया जाएगा.

अतिक्रमण चिंता का विषय

डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा, ‘हम (प्राचीन भगवान शिव मंदिर) मंदिर की सफाई कर रहे हैं. प्राचीन कुएं पर एक रैंप बनाया गया था. जब हमने रैंप को नष्ट किया, तो हमें एक कुआं मिला. मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’ नालों के किनारे, खासकर मस्जिद के आसपास के इलाकों में अतिक्रमण एक निरंतर चिंता का विषय रहा है. जिला प्रशासन ने शुक्रवार (13 दिसंबर) को चंदौसी शहर में एक समर्पित अतिक्रमण हटाने अभियान शुरू किया और इसे संभल के अन्य हिस्सों में भी विस्तारित किया जा रहा है.


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पेंसिया ने कहा, ‘यह अभियान दो से तीन महीने तक जारी रहेगा और सभी अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे.’ उन्होंने स्पष्ट किया कि शाही जामा मस्जिद के आसपास सफाई के बाद स्थिति का गहन मूल्यांकन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने कई स्थानीय मस्जिदों और आवासीय क्षेत्रों में औचक निरीक्षण के दौरान बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पाई.

हाल ही में भड़की थी हिंसा

डीएम राजेंद्र पेंसिया ने पुष्टि की कि प्रशासन ऐतिहासिक मस्जिद के आसपास अतिक्रमण को दूर करने के लिए कदम उठा रहा है. मालूम हो कि बीते 24 नवंबर संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान तब हिंसा भड़क उठी थी, जब प्रदर्शनकारी मस्जिद के पास एकत्र हुए और सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए, जिसके कारण पथराव और आगजनी हुई. इस हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के आरोपों से इनकार किया है.

-भारत एक्सप्रेस



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