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महाकुंभ 2025 : यूपी के मंत्रियों ने ओडिशा के CM को दिया न्योता

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले ‘महाकुंभ 2025’ में शामिल होने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया जा रहा है. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी को इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया.

Mahakumbh 2025

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले ‘महाकुंभ 2025’ में शामिल होने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया जा रहा है. इसी सिलसिले में यूपी के सरकार के मंत्री अनिल राजभर और सतीश शर्मा ने रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी को इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया.

‘महाकुंभ 2025’ के लिए विशेष उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से विशेष तैयारी की जा रही है. इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए शासन और प्रशासन के लोग युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. राज्य सरकार के मंत्रियों को अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

प्रयागराज आने का न्योता

उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम एवं सेवायोजन और समन्वय विभाग के मंत्री अनिल राजभर और राज्यमंत्री सतीश शर्मा रविवार को इसी सिलसिले में ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में गए. यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से मुलाकात की और ‘महाकुंभ 2025’ के लिए प्रयागराज आने का न्योता दिया.

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “आज भुवनेश्वर ( ओड़ीसा ) में मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से स्नेहिल मुलाकात कर प्रयागराज में आयोजित ‘महाकुंभ 2025’ में आगमन के लिए निमंत्रित किया.” इस दौरान गंगाजल से भरा शुभ कलश और ‘महाकुंभ 2025’ का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. ओडिशा के संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज भी मौजूद रहे.

13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ 2025

13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होने वाले ‘महाकुंभ 2025’ आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने के लिए शासन और प्रशासन की तरफ से युद्धस्तर पर काम हो रहा है. इस दौरान विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों केंद्रीय मंत्रियों और विभागों के पदाधिकारियों को आधिकारिक निमंत्रण दिया जा रहा है.

सनातन संस्कृति के सबसे बड़े आयोजन ‘महाकुंभ 2025’ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है. स्वच्छ और स्वस्थ महाकुंभ की सीएम योगी की निर्देश के मुताबिक महाकुंभ मेला क्षेत्र को पूरी तरह ओडीएफ बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इस योजना के मुताबिक मेला क्षेत्र में रिकॉर्ड 1,50,000 शौचालय बनाए जा रहे हैं. मेला क्षेत्र के शौचालयों के स्लज का निस्तारण जल निगम, नगरीय ने 3 अस्थायी और नैनी, झूंसी के स्थायी एसटीपी और अरैल के फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की मदद से किया जाएगा.

-भारत एक्सप्रेस



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