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UP News: बिना बताए थाइलैंड की सैर पर गए DIG स्टांप पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, दो अन्य अधिकारियों पर भी एक्शन; विभाग में मचा हड़कंप

भ्रष्टाचार के आरोप में सहायक महानिरीक्षक सुनीता बाजपेयी के खिलाफ भी बड़ी कार्यवाही की गई है.

Yogi Adityanath-

योगी आदित्यनाथ.

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ अपनाते हुए उन अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में स्टांप और रजिस्ट्रेशन विभाग ने अपने तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने बिना बताए थाइलैंड की सैर करने गए डीआईजी स्टांप राम अकबाल सिंह को आगरा से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया है. तो इसी के साथ ही जांच को आगे न बढ़ाने और रिपोर्ट न देने पर अपर महानिरीक्षक को भी पद से हटा दिया गया है.

इसके अलावा भ्रष्टाचार के आरोप में सहायक महानिरीक्षक सुनीता बाजपेयी के खिलाफ भी बड़ी कार्यवाही की गई है. एक साथ तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, आगरा मंडल के उप महानिरीक्षक निबंधन और उपायुक्त स्टांप बिना विभागीय छुट्टी लिए और न ही विभाग को बताया और नेपाल चले गए थे तो दूसरी ओर इससे पहले विभाग को बिना बताए और अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए बगैर ही डीआईजी स्टांप भी चले गए थे. उनके खिलाफ आगरा मंडल की कमिश्नर रितु महेश्वरी ने शिकायत की थी. फिलहाल बताया जा रहा है कि बाद में उनको थाईलैंड यात्रा की अनुमति मिल गई थी.

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अनियमितताओं की चल रही है जांच

मालूम हो कि डीआईजी स्टांप के खिलाफ लापरवाही और अनियमितताओं को लेकर जांच की जा रही है. राम अकबाल सिंह पर लगे आरोपों की जांच की जिम्मेदारी अपर महानिरीक्षक निबंधन (पश्चिमी क्षेत्र) मुनीन्द्र सक्सेना को सौंपी गई थी। कहा जा रहा है कि जांच प्रभावित करने की संभावना देखते हुए राम अकबाल सिंह को प्रयागराज मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है. दूसरी ओर श्रावस्ती की सहायक महानिरीक्षक निबंधन और सहायक आयुक्त स्टाम्प सुनीता बाजपेयी पर भाजपा विधायक राम फेरन पांडेय ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन मंत्री रवीन्द्र जायसवाल से लिखित में शिकायत की थी. शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए सुनीता बाजपेयी को भी प्रयागराज मुख्यालय से सम्बद्ध कर लखनऊ कैम्प कार्यालय स्थित उप महानिरीक्षक निबंधन को जांच के निर्देश दिए गए हैं. आईजी स्टांप डॉ. रूपेश कुमार ने जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए उन्हें 15 दिन का समय दिया गया है.

-भारत एक्सप्रेस

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