UP News: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जोरदार हमला बोला है. लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अखिलेश ने कहा कि “एनकाउंटर करने वालों का काउंटडाउन शुरू हो गया है,” अब ये सरकार ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य में संत समाज के बीच फूट डाली जा रही है. उन्होंने सवाल किया कि जो खुद से बड़ा किसी और को नहीं मानते, वो कैसे ‘योगी’ हैं? अखिलेश का कहना है कि असली संत वे होते हैं जो कम बोलते हैं और जब बोलते हैं तो जनकल्याण के लिए प्रवचन देते हैं. लेकिन यहां तो सब कुछ विपरीत हो रहा है.
अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना कहा कि केवल कपड़े पहन लेने से कोई योगी नहीं बनता, बल्कि यह उनकी भाषा और आचरण से तय होता है. उन्होंने आगे कहा, “जो लोग अमृतकाल का हवाला देकर सबको याद दिलाते हैं, आज वह अमृतकाल नहीं बल्कि नकारात्मकता का समय है. हमारे यहां माना गया है कि जो जितना बड़ा ज्ञानी होता है, वह उतना ही शांत रहता है. इसीलिए मुनियों की मौनी परंपरा है, लेकिन कलयुग में सब उल्टा हो रहा है. मृदुभाषी लोग अब कठोर शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं और परोपकारी लोग अत्याचारी बनते जा रहे हैं.”
अखिलेश ने बिना नाम लिए सीएम योगी के बुलडोजर कार्रवाई पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि जिनका काम प्रदेश को सही ढंग से चलाना है, वे बुलडोजर चला रहे हैं. विकास का प्रतीक अब विनाश का प्रतीक बन गया है. अखिलेश ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार पर बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. उन्होंने कहा, “यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी सरकार पर इस तरह का जुर्माना लगा हो.”
अखिलेश यादव ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार का काम समाज में सद्भाव और एकता लाना होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की नीति ऐसी होनी चाहिए जो संतों के बीच प्रेम और शांति बनाए रखे, न कि विवाद पैदा करे.
ये भी पढ़ें- यूपी के सरकारी स्कूलों में टीचर्स के लिए अनिवार्य हुआ यह काम, नहीं किया तो होगी कार्रवाई
-भारत एक्सप्रेस
अली को नवंबर 2019 में लश्कर के एक ऑपरेटिव शेख अब्दुल नईम उर्फ सोहेल खान…
फरवरी 2020 में, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा के साथ ही नागरिकता…
मध्य प्रदेश में शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि कोतवाली के…
सूरत जिले में फिलहाल तेंदुओं की संख्या 150 पर पहुंची है. बीते छह महीने में…
झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही ‘मंईयां सम्मान योजना’ पर…
मणिपुर को 1980 से ही AFSPA के तहत ‘अशांत क्षेत्र’ का दर्जा प्राप्त है और…