उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 11 जून से चार दिवसीय जी-20 बैठक का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें शामिल होने के लिए 20 देशों के डेलिगेट्स काशी पहुंचे हैं. काशी को समिट के लिए भव्य तरीके से सजाया गया है. इसके साथ ही विदेशी मेहमानों का गर्मजोशी के साथ मेहमान नवाजी भी की जा रही है. बीते सोमवार को जी-20 देशों के मंत्रियों की बैठक हुई. जिसमें अलग-अलग-विभाग के मंत्रियों ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मीडिया को संबोधित किया. जिसमें भारत एक्सप्रेस के रिपोर्टर सौरभ अग्रवाल के सवालों के जवाब विदेश मंत्री ने दिए. सौरभ अग्रवाल ने विदेश मंत्री से सवाल किया कि जी-20 के दूसरे सत्र में लाइफस्टाइल को लेकर चर्चा की गई. तो क्या कोई ऐसा प्लान तैयार किया गया है जिससे लोगों की लाइफस्टाइल में बदलाव आए ?
भारत एक्सप्रेस के सवाल का विदेश मंत्री ने दिया जवाब
सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि समिट की अध्यक्षता में तमाम मुद्दों को देखा जाता है. जिसमें लगभग 15 महत्वपूर्ण बिंदु हैं. जैसे- शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास, पर्यावरण, वित्त, ऐसे ही अन्य चीजें हैं. इन क्षेत्रों में अलग-अलग आउट्सकम आते हैं. जब हम फाइनली समिट लेवल पर पहुंचते हैं तो इन्हें इंटीग्रेट कर ये ढूंढने या तय करने की कोशिश करते हैं कि उसमें से बेहतर क्या है उसके बाद हम उसका चुनाव बेस्ट के लिए करते हैं.
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जी-20 ने आज माना कि वैश्विक दक्षिण बड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है
उन्होंने कहा, फिलहाल, हमारा ध्यान इस बात पर है कि आप विकासशील देशों, छोटे द्वीप विकासशील देशों, सबसे कम विकसित देशों, जो वास्तव में रसातल के किनारे पर हैं, की दबाव की जरूरतों को कैसे पूरा करते हैं. उन्होंने कहा, जी-20 ने आज माना कि वैश्विक दक्षिण बड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसका जवाब एक कार्य योजना के साथ देने की जरूरत है. यह कार्य योजना भारत द्वारा प्रस्तावित की गई थी.
-भारत एक्सप्रेस
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