अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर
अमेरिका ने भारतीय राजनयिकों को अपने देश से निकाले जाने की अटकलों को खारिज किया है. यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और कनाडा के रिश्ते तनावपूर्ण हैं. दोनों देशों ने एक-दूसरे के 6-6 राजनयिकों के खिलाफ कार्रवाई की है. इसके अलावा, अमेरिका ने भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुए समझौते का स्वागत किया है.
अमेरिकी विदेश विभाग का बयान
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि उन्हें भारतीय राजनयिकों के निष्कासन की किसी रिपोर्ट की जानकारी नहीं है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “मुझे इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं है कि हमने भारतीय राजनयिकों को निष्कासित किया है.”
पन्नू की हत्या की साजिश पर भारत का खंडन
भारत सरकार ने अमेरिकी धरती पर किसी अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश में शामिल होने के अमेरिका के आरोपों का खंडन किया है. अमेरिका ने भारतीय राजनयिकों पर आरोप लगाया है कि वे किसी अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश में शामिल थे. इसके बाद, भारत ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है.
ये भी पढ़ें- …क्यों जापान में नहीं थम रही आत्महत्याएं, जानिए इसके पीछे के कारण
अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बताया कि भारत की जांच समिति के साथ पिछले सप्ताह महत्वपूर्ण बातचीत हुई. उन्होंने कहा, “हम जांच के परिणामों के आधार पर जवाबदेही की उम्मीद करते हैं.” पटेल ने यह भी कहा कि दोनों सरकारों ने सूचनाओं का आदान-प्रदान किया है.
विकास यादव का मामला
अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह भारत के पूर्व अधिकारी विकास यादव पर पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था. इस मामले पर और जानकारी साझा करने से पटेल ने बचते हुए कहा कि यह एक सक्रिय मुद्दा है और दोनों देश इसकी जांच कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.