प्रतीकात्मक तस्वीर
Pakistan: पाकिस्तान आतंकी संगठनों को शरण और पोषण देने से बाज नहीं आ रहा है. संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पेशावर में खुलेआम चंदा इकठ्ठा कर रहा है. पिछले साल एफएटीएफ से राहत मिलने के बाद जैश एक बार फिर एक्टिव हो गया है.
जानकारी के मुताबिक, जैश का चंदा जमा करने का काम केवल पेशावर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये आतंकी ग्रुप पंजाब, पीओके के अलावा भी कई हिस्सों में देखा गया था.
यूकेपीएनपी के संस्थापक शौकत अली ने इससे जुड़ा एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा है- ‘प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पेशावर में खुलेआम चंदा जमा कर रहा है. इससे देश में इस आतंकी संगठन के फिर से सिर उठाने की आशंका पैदा हो गई है. यह कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है.’
The open fundraising by the banned terrorist organization Jaish-e-Mohammed (JeM) in Peshawar, Pakistan, has raised concerns about the resurgence of extremist groups in the country. The group, responsible for several terrorist attacks.
— Shaukat Ali Kashmiri (@shaukatkashmiri) April 23, 2023
पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा मुंबई पर हमला किए हुए 14 साल पूरे हो गए हैं. मुंबई हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत सबके सामने थे. हालांकि, पाकिस्तान ने पिछले 14 वर्षों में इस अधिनियम के अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए भारत के अनुरोधों को अनदेखा करने का विकल्प चुना.
पाकिस्तानी सेना का जैश को समर्थन मिल रहा है. अक्टूबर 2022 में वैश्विक आतंकी-वित्त पोषण निगरानी संस्था (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे सूची से हटाने की घोषणा की थी. इससे पहले पाकिस्तान 2008-2010 और 2012-2015 के दौरान एफएटीएफ की ग्रे सूची में था और फरवरी 2015 में उसका नाम सूची से हटा दिया गया था.
एक ट्विटर यूजर आसिफ अफरीदी ने बताया कि “ईद की नमाज के दौरान आतंकी संगठन के सदस्य पेशावर में खुलेआम चंदा वसूलते देखे गए. यह काम सुरक्षाकर्मियों के सामने हो रहा था.” जबकि दूसरे ट्विटर यूजर एहसानुल्ला खान जादून ने निराशा व्यक्त की और कहा है कि “पाकिस्तान में इस तरह से चंदा जुटाना आम है.”
-भारत एक्सप्रेस