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ईरान को बर्बाद करके ही मानेंगे नेतन्याहू? अमेरिकी खुफिया एजेंसी की लीक हुई रिपोर्ट में किया गया बड़ा दावा

एक अक्टूबर 2024 को ईरान ने इजरायल पर लगभग 200 मिसाइलों से हमला किया था, जिससे वैश्विक स्तर पर इस बात की चिंता बढ़ गई थी कि इजरायल अब कैसे जवाब देगा.

Benjamin Netanyahu

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू.

इजरायल इस समय चारों तरफ से जंग से घिरा हुआ है. चार मोर्चे पर वह दुश्मनों से लड़ रहा है. हमास और लेबनान के साथ उसकी लड़ाई काफी बड़े स्तर पर चल रही है, वहीं इसी बीच एक खुफिया रिपोर्ट लीक हुई है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इजरायल का अगला टार्गेट ईरान है. अमेरिकी खुफिया एजेंसी के लीक हुए इस दस्तावेज में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.

Israel कर रहा बड़ी तैयारी

अमेरिका की नेशनल जियोस्पेशियल-इंटेलिजेंस एजेंसी (NGA) द्वारा हाल ही में कैद की गई तस्वीरें इजरायल की सैन्य तैयारियों को दर्शाती हैं, जो संभावित बड़े हमले की ओर इशारा करती हैं. 15 और 16 अक्टूबर 2024 को ईरान का समर्थन करने वाले कई टेलीग्राम खातों से दो दस्तावेज साझा किए गए, जिनमें इजरायल के सैन्य अभ्यासों की विस्तृत जानकारी है. इससे संकेत मिलता है कि इजरायल ईरान पर बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है.

ईरान ने इजरायल पर किया था हमला

एक अक्टूबर 2024 को ईरान ने इजरायल पर लगभग 200 मिसाइलों से हमला किया था, जिससे वैश्विक स्तर पर इस बात की चिंता बढ़ गई थी कि इजरायल अब कैसे जवाब देगा. हालांकि, अभी तक इजरायल ने ईरान को उस हमले का प्रतिवाद नहीं किया है. ऐसे में इन दस्तावेजों का लीक होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करता है.

इन दस्तावेजों में से एक का शीर्षक है, “इजराइल: वायु सेना ईरान पर हमले की तैयारी जारी रखे हुए है.” इसमें बताया गया है कि इजरायली वायुसेना हवा से हवा में विमानों में ईंधन भरने के अभियान, खोज और बचाव कार्य और संभावित ईरानी हमलों के मद्देनजर मिसाइलों को फिर से स्थापित करने की तैयारी कर रही है. दूसरे दस्तावेज में रणनीतिक स्थानों पर हथियारों और अन्य सैन्य संपत्तियों को स्थानांतरित करने की योजना का उल्लेख है.

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इन खुफिया दस्तावेजों के लीक होने के बाद, अमेरिकी खुफिया एजेंसियां और एफबीआई इसकी जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह जानकारी कैसे लीक हुई और क्या अन्य दस्तावेज भी सार्वजनिक हो सकते हैं. यह स्थिति क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है.

-भारत एक्सप्रेस

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