दुबई में पीएम मोदी
COP28 Summit: धरती पर जलवायु संकट लगातार बढ़ता ही जा रहा है और इससे निपटने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, वो या तो पर्याप्त नहीं हैं या फिर उनकी रफ्तार इतनी धीमी है कि उससे इस संकट का सामना करना मुश्किल हो रहा है. अब इस चुनौती के बीच दुबई में आयोजित 28 वीं संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन शिखर वार्ता (COP28) काफी महत्वपूर्ण है. 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक यह शिखर वार्ता चलेगी. इसमें शामिल होने के लिए पीएम मोदी भी दुबई पहुंच चुके हैं. जलवायु संकट पर शिखर वार्ता का दूसरा दिन बेहद खास होने वाला है.
बता दें कि 2020 की बैठक में तय हुआ था कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए विकासशील देश 100 अरब डॉलर प्रतिवर्ष सहायता के तौर पर मुहैया कराएगा, लेकिन यह रकम अभी तक जमा नहीं हो पाया है. COP28 संयुक्त राष्ट्र की जलवायु के मुद्दे पर 28 वीं बैठक है. यह हर साल होता है और जलवायु परिवर्तन पर दुनिया का एकमात्र बहुपक्षीय निर्णय लेने वाला मंच है, जिसमें दुनिया के हर देश की लगभग पूर्ण सदस्यता है. COP28 में शामिल होने के लिए पीएम मोदी दुबई पहुंच गए हैं. इस दौरान पीएम मोदी बैठक में तो हिस्सा लेंगे ही, साथ ही उनके और भी कई कार्यक्रम पहले से निर्धारित हैं.
विकासशील देश होने के नाते भारत की भूमिका अहम
एक विकासशील देश होने के नाते जलवायु संकट पर आयोजित इस बैठक में भारत की भूमिका काफी अहम हो जाती है, क्योंकि दुनिया की सबसे बड़ी आबादी यहीं रहती है. पीएम की ये यात्रा कितना खास है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब पीएम का विमान दुबई में लैंड कर रहा था, तो हर तरफ मोदी-मोदी के नारे गुंज रहे थे.
दुबई में प्रवासी भारतीयों ने किया पीएम मोदी का स्वागत
पीएम के दुबई में अपने होटल पहुंचते ही हवा में “मोदी-मोदी” और “अबकी बार मोदी सरकार” के नारे गूंजने लगे. भारतीय प्रवासियों ने भारतीय नेता का स्वागत करते हुए न केवल मोदी-मोदी के नारे लगाए, बल्कि पीएम के पहुंचते ही “वंदे मातरम” के नारे भी लगाए. पीएम ने भी हाथ जोड़कर समर्थकों का अभिवादन किया. उन्हें होटल के अंदर मौजूद कई भारतीयों से बातचीत करते देखा गया.
देश में अपने नेता का स्वागत करते हुए लोगों में उत्साह बहुत अधिक था. होटल में पीएम का स्वागत करने का अवसर पाने वाले एक युवा छात्र ने कहा, “यह एक बहुत ही प्रेरणादायक और प्रेरक क्षण था. उन्हें देखकर हमें अच्छा महसूस हुआ.”पीएम मोदी के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. होटल में पीएम के स्वागत के लिए इंतजार कर रहे लोगों को भारतीय ध्वज ले जाते देखा गया. पीएम के स्वागत के लिए बोहरा समुदाय के लोग भी मौजूद थे.
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यूएई में पीएम मोदी का कार्यक्रम
पीएम मोदी की यात्रा में आज का दिन बेहद खास है. पीएम मोदी शुक्रवार को जलवायु संकट पर आयोजित शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. पीएम के अलावा कई अन्य वैश्विक नेता जलवायु परिवर्तन से प्रभावी ढंग से निपटने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए यहां मौजूद रहेंगे. अपनी यूएई यात्रा के दौरान 21 घंटे में पीएम का 3 अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेने का कार्यक्रम है. ये साइड इवेंट हैं, जिनमें से 2 की मेजबानी भारत कर रहा है. पहली उच्च स्तरीय बैठक की मेजबानी भारत और यूएई मिलकर कर रहे हैं. यह ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम है जिसे अक्टूबर में पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किया गया था.
कार्यक्रम में दूसरे पक्ष का आयोजन स्वीडन और भारत द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि यह लीडआईटी 2.0 का लॉन्च है. यह ऊर्जा परिवर्तन के लिए एक नेतृत्व समूह है. उन्होंने कहा कि यह भारत और स्वीडन की एक संयुक्त पहल थी जिसे 2019 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया गया था. पीएम का “ट्रांसफॉर्मिंग क्लाइमेट फाइनेंस” नामक एक अन्य उच्च स्तरीय कार्यक्रम में भी भाग लेने का कार्यक्रम है. इसकी मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात द्वारा की जा रही है.
इन कार्यक्रमों के अलावा पीएम के दो दिवसीय दुबई प्रवास के दौरान कुछ द्विपक्षीय बैठकें भी निर्धारित हैं. उनसे शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है. इसमें इजरायली राष्ट्रपति इसाक हर्जोग, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू शामिल हैं.