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एलन मस्क ने ट्विटर यूर्जस को दी चेतावनी, फर्जी खाते अब होंगे बंद

फर्जी खाते होंगे बंद-एलन मस्क

एलन मस्क लगातार ट्विटर को लेकर कुछ न कुछ नए एलान कर रहे हैं. अब मस्क ने ट्विटर अकाउंट्स के सस्पेंड होने को लेकर बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि    जो अपनी पहचान बदलेगा.  उसका अकाउंट सस्पेंड कर दिया जाएगा अब इसे लेकर आगे कोई चेतावनी नहीं दी जाएगी.

मस्क ने कहा कि अगर कोई पैरोडी अकाउंट है तो उसपर साफ लिखा होना चाहिए कि वो पैरोडी अकाउंट है. अगर ऐसा नहीं लिखा होगा तो अकाउंट सस्पेंड कर दिया जाएगा, जो किसी और का नाम या फोटो इस्तेमाल कर रहा होगा. एलन ने एक और ट्वीट में कहा कि किसी भी तरह के नाम में बदलाव से आप अपना वेरिफाइड अकाउंट का नुकसान कर सकते हैं.

लेकिन अब जब हम व्यापक सत्यापन शुरू कर रहे हैं, तो कोई चेतावनी नहीं होगी. यह स्पष्ट रूप से ट्विटर ब्लू पर साइन अप करने की शर्त के रूप में पहचाना जाएगा. मस्क ने ट्वीट किया, व्यापक सत्यापन पत्रकारिता का लोकतंत्रीकरण करेगा और लोगों की आवाज को सशक्त करेगा.

उन्होंने लिखा- ट्विटर के भीतर खोज मुझे ’98 में इन्फोसीक की याद दिलाती है! इससे भी बहुत कुछ बेहतर होगा. मस्क पहले ही एलान कर चुके हैं कि आठ डॉलर में कोई भी किसी के भी नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर उसे वेरिफाई करवा सकता है.

 

फर्जी अकाउंट 

ट्विटर को खरीदने के बाद से ही एलन मस्क अपने बयानों और फैसलों को लेकर चर्चा में हैं.  सबसे पहले उन्होंने एलान किया कि ट्विटर पर ब्लू टिक के लिए आठ डॉलर देने होंगे. इसके बाद उन्होंने बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू करते हुए कई कर्मचारियों को निकाल दिया है.

सवाल उठ रहा है कि आठ डॉलर में कोई भी किसी के भी नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर उसे वेरिफाई करवा सकता है. इस पर मस्क ने कहा, ऐसे फर्जी अकाउंट्स ट्विटर बंद कर देगा, पैसा भी नहीं लौटाएगा. अगर लाखों लोग ऐसा फर्जीवाड़ा करते हैं तो वे हमें मुफ्त की कमाई करवाएंगे.

कंपनियों ने रोका विज्ञापन

कई बड़ी कम्पनियां भी एलन मस्क से खुश नजर नहीं आ रही हैं. जनरल मोटर्स, ऑडी, आरईआई, जनरल मिल्स के बाद अब यूनाइटेड एयरलाइंस ने ट्विटर पर अपने विज्ञापन रोक दिए हैं. ये सभी ट्विटर से अपना नाम नहीं जोड़ना चाहतीं हैं.

क्योंकि आशंका है कि मस्क की नई योजनाओं से इस प्लेटफॉर्म पर भड़काने वाली कंटेंट पोस्ट होंगे, यह नफरत फैलाने का माध्यम बन जाएगा.  कंटेंट को संयमित करने पर सख्ती के नाम पर बोलने की आजादी को भी प्रभावित किया जा सकता है. इस पर विज्ञापन दिखाने से ब्रांड की छवि को नुकसान हो सकता है.

-भारत एक्सप्रेस

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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