पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (फोटो सोशल मीडिया)
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम नहीं होती दिख रही हैं. अल कादिर यूनिवर्सिटी ट्रस्ट स्कैम केस में गिरफ्तारी के एक दिन बाद इमरान को तोशाखाना केस (Toshakhana Case) में भी दोषी करार दिया गया है. यह मामला पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा सरकारी उपहारों की बिक्री से अर्जित आय को छिपाने के आरोपों से जुड़ा है. इस बीच, गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने इमरान खान को 8 दिन की NAB रिमांड में भेज दिया है.
पाकिस्तान की एक अदालत ने इमरान खान को बुधवार को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में आरोपित किया, जो एक दिन पहले गिरफ्तार हुए पूर्व प्रधानमंत्री के लिए एक और नया संकट है. इमरान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर में मंगलवार को अर्द्धसैनिक बल ने गिरफ्तार कर लिया. इमरान खान प्रधानमंत्री रहने के दौरान तोशाखाना से एक महंगी घड़ी सहित अन्य तोहफे खरीदने और लाभ हासिल करने के लिए उन्हें बेचने के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
तोशाखाना की स्थापना 1974 में की गई थी. यह विभाग कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है. शासकों,सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों के शासनाध्यक्षों और विदेशी गणमान्य लोगों से मिले महंगे तोहफे तोशाखाना में रखे जाते हैं.
बुधवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष को तोशाखाना मामले में अदालत ने दोषी करार दिया. खान जिला एवं सत्र अदालत में पेश किये गये जहां न्यायाधीश हुमायूं दिलावर ने मामले की सुनवाई की. यह मामला पिछले साल पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने दायर किया था और खान पिछले महीनों में कई सुनवाई में पेश नहीं नहीं हुए थे.
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में हालात बेकाबू हो गए हैं. पेशावर में हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत हो गई है. पीटीआई कार्यकर्ता सरकारी संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं. वहीं सेना के खिलाफ इनमें गुस्सा भरा हुआ है. इमरान के समर्थकों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है. इस्लामाबाद में भी पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई है.
-भारत एक्सप्रेस
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