
पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों. (फोटो: IANS)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) सोमवार (10 फरवरी) को दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर फ्रांस के लिए रवाना होंगे, जहां वे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक्शन समिट 2025 के तीसरे संस्करण की सह-अध्यक्षता करेंगे. ये समिट 11 फरवरी को ग्रैंड पैलेस में आयोजित होगी. ऐसी ही समिट 2023 में ब्रिटेन और 2024 में साउथ कोरिया में आयोजित हुई थी. 10 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में फ्रांस सरकार ने एलिसी पैलेस में वीवीआईपी रात्रिभोज का आयोजन किया है जिसमें राष्ट्रपति मैक्रों समेत विभिन्न देशों के नेता भी शामिल होंगे.
भारत और फ्रांस के बीच रिश्तों में बीते एक दशक में पहले से और अधिक सुधार हुआ है. रक्षा सौदे से लेकर फ्रासं के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां का निरंतर भारत दौरा मजबूत होते रिश्ते का प्रमाण है. इसके अलावा आर्थिक क्षेत्र में भी दोनों देशों का एक दूसरे का विश्वास बढ़ा है. फ्रांस का भारत में पिछले एक दशक में बढ़ा निवेश भारत के FDI लक्ष्य का समर्थन करता है.
10 सालों में निवेश और व्यापार बढ़ा
2004 से 2014 के बीच फ्रांस का भारत में निवेश 18,700 करोड़ था. बीते दशक मे भारत के साथ बड़ती साझेदारी ने फ्रांस के निवेशकों को भारत की ओर आकर्षित किया. भारत में अभी एक हजार से ज्यादा कंपनियां काम कर रही है. इसके परिणामस्वरूप दस सालों (2014-24) में देश में फ्रांस का निवेश 3 गुना बढ़कर 53,800 करोड़ पहुंच गया है. वहीं फ्रांस में भी 100 से थोड़ी कम संख्या में भारतीय कंपनियां हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फ्रांस यात्रा से पहले, चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फ्रांस-इंडिया के अध्यक्ष कुमार आनंद ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच व्यापार 20 अरब रुपये से कम रहा है, जो कि पिछली बार 1,31,850-1,58,220 करोड़ रुपये (15-18 अरब डॉलर) से अधिक है. इसमे अधिकांश लेन-देन रक्षा और एयरोस्पेस उद्योगों पर केंद्रित है.
-भारत एक्सप्रेस
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