ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हो रहे हमले के मामले लगातार सामने आ रहे है. शनिवार को खालिस्तान समर्थकों ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर को निशाना बनाया. मंदिर के अध्यक्ष सतिंदर शुक्ला ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया: पुजारी और भक्तों ने आज सुबह फोन किया और मंदिर की चारदीवारी पर की गई तोड़फोड़ के बारे में सूचित किया. हमने क्वींसलैंड पुलिस अधिकारियों को सूचित किया है, और उन्होंने मंदिर और भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है.
इस मामले से भारतीय समुदाय में गुस्सा है. इस घटना से पहले खालिस्तानी समर्थकों ने 22 फरवरी को ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को निशाना बनाया था. 2023 की शुरूआत में, ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों में खालिस्तानी तत्वों द्वारा भारत विरोधी नारों और आपत्तिजनक चित्रों केसाथ दीवारों को विकृत करने वाले बर्बर हमलों में तेजी देखी गई है.
मंदिर को डराने-धमकाने वाले फोन
पिछले महीने, ब्रिस्बेन के गायत्री मंदिर को पाकिस्तान स्थित खालिस्तान चरमपंथियों से डराने-धमकाने वाले फोन आए, जिसमें हिंदू समुदाय से खालिस्तान जनमत संग्रह का समर्थन करने के लिए कहा गया. अकेले 12 से 23 जनवरी के बीच, मेलबर्न में तीन प्रमुख हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया था. ब्रिस्बेन के एक निवासी ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया, खालिस्तान समर्थक ऑस्ट्रेलियाई हिंदू समुदाय को आतंकित कर रहे हैं, लोग मंदिरों में जाने का दर्दनाक अनुभव लेकर आ रहे हैं.
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पहले भी हुई थी ऐसी घटना
यह घटना पहले जनवरी में भी हुई थी. खालिस्तानी समूहों द्वारा भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ ऑस्ट्रेलिया में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने के बाद हुई है. जुलाई 2022 में कनाडा के रिचमंड हिल पड़ोस में एक विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की एक मूर्ति को खंडित कर दिया गया था. सितंबर 2022 में कनाडा के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को कथित खालिस्तानी तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विकृत कर दिया था. भारत ने तब कड़े शब्दों में बयान जारी कर कनाडाई अधिकारियों से भारतीयों के खिलाफ घृणा अपराध की बढ़ती घटनाओं की ठीक से जांच करने का आग्रह किया है.
-आईएएनएस
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