पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान
Imran Khan Arrested: पाकिस्तान रेंजर्स की एक टीम ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया. सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पाक रेंजर्स इमरान खान को धक्का देकर गाड़ी में बैठाते नजर आ रहे हैं. इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद में कई जगहों पर तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं. पीटीआई के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं और इमरान खान को रिहा करने की मांग कर रहे हैं. वहीं इस्लामाबाद में कानून-व्यवस्था के मद्देनजर धारा 144 लागू कर दी गई है.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान को कोर्ट रूम से हिरासत में ले लिया गया, जहां वह अपने खिलाफ दर्ज कई प्राथमिकियों में जमानत लेने गए थे. पूर्व प्रधानमंत्री को एक काले रंग की गाड़ी में ले जाया गया था. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई के वकील फैसल चौधरी ने इसकी पुष्टि की, जबकि पार्टी के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने ट्वीट किया कि अदालत पर ‘रेंजर्स का कब्जा’ है और वकीलों को ‘टॉर्चर किया जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि इमरान खान की कार को घेर लिया गया है.
فسطائیت کے خلاف اور اپنے لیڈر عمران خان کے لیے باہر نکلیں !!#نکلو_خان_کی_زندگی_بچاؤ pic.twitter.com/A2pZk8vLfe
— PTI (@PTIofficial) May 9, 2023
पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने भी इमरान के वकील का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वह अदालत के बाहर ‘बुरी तरह से घायल’ थे. इस बीच, यह कहते हुए कि पुलिस ने खान की कार को घेर लिया था इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि राजधानी शहर में धारा 144 लागू कर दी गई थी. साथ ही कहा कि किसी को प्रताड़ित नहीं किया गया था. इसके पहले, लाहौर में इमरान खान के जमां पार्क निवास पर पुलिस का छापा पड़ा था. हालांकि, तब इमरान खान मौके पर मौजूद नहीं थे.
"There is no case on me. They want to put me in jail, I am ready for it," said former Pakistan PM and PTI chief Imran Khan before his arrest
(Video source: Imran Khan's Twitter Handle) pic.twitter.com/pH3QblSC0b
— ANI (@ANI) May 9, 2023
आईएसआई के अधिकारी पर लगाए थे इमरान ने आरोप
इमरान खान ने शनिवार को एक रैली में कहा था कि आईएसआई के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं. इमरान खान ने आरोप लगाया था कि दो बार उनकी हत्या की कोशिश करने वाले आईएसआई अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर वरिष्ठ पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या में शामिल थे.
सेना के आलोचक रहे अरशद शरीफ की पिछले साल अक्टूबर में केन्या में हत्या कर दी गई थी. वह सुरक्षा एजेंसियों से अपनी जान को खतरा होने का जिक्र करते हुए देश छोड़ कर भाग गए थे. केन्या में पुलिस ने खोजी पत्रकार पर गोली चलाई थी, जिससे उनकी मौत हुई थी. केन्या की पुलिस ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट में कहा था कि गलत पहचान के चलते 49 वर्षीय व्यक्ति की गाड़ी पर गोली चलाई गई थी जिससे उनकी मौत हो गई.
इमरान खान ने इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के साथ-साथ जनरल नसीर पर पिछले साल नवंबर में पंजाब प्रांत के वजीराबाद में उनकी हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया था. इस हमले में उनके पैर में तीन गोलियां लगी थीं.