भारत-यूरोपीय संघ व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद की बैठक
भारत और यूरोपीय संघ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GPAI) पर ग्लोबल पार्टनरशिप के भीतर जिम्मेदारियां तय करेंगे. भारत और यूरोपीय संघ के संयुक्त बयान के अनुसार दोनों पक्ष भरोसेमंद और जिम्मेदार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सहयोग की गुंजाइश तलाशेंगे. इसमें रिसर्च का काम बड़े पैमाने पर किया जाएगा. सितंबर 2023 तक इससे जुड़े समझौते का एक खाका भी तैयार कर लिया जाएगा.
इसके अलावा, भारत और यूरोपीय संघ डिजिटल कौशल अंतर को पाटने, प्रमाणन की पारस्परिक मान्यता का पता लगाने और कुशल पेशेवरों के प्रचार और प्रतिभा के आदान-प्रदान पर प्रगति करने की दिशा में काम करेंगे. वे इंटरऑपरेबल मानकों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देने के साथ आईटी और दूरसंचार मानकीकरण पर भी सहयोग बढ़ाएंगे.
दोनों पक्ष खुली और समावेशी डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं और डिजिटल समाजों के विकास के लिए डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) के महत्व को पहचानते हैं और महसूस करते हैं कि DPI दृष्टिकोण प्रौद्योगिकी, बाजार और शासन का लाभ उठाता है ताकि जनसंख्या-स्तर के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया जा सके, जो समावेशी विकास और प्रतिस्पर्धी को बढ़ावा देता है.
इसके लिए, भारत और यूरोपीय संघ अपने-अपने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने पर सहयोग करने पर सहमत हुए हैं और इस आधार पर संयुक्त रूप से विकासशील देशों के लाभ के लिए सुरक्षित, गोपनीयता-संरक्षित समाधानों को बढ़ावा देते रहेंगे.