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कश्मीर मुद्दे पर ईरानी राष्ट्रपति ने ऐसा क्या बोल दिया कि PM शहबाज शरीफ की किरकिरी हो गई

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ चाहते थे कि ईरान के राष्ट्रपति कश्मीर मुद्दे पर अपना पक्ष रखें, लेकिन इब्राहिम रईसी मीडिया के सामने कश्मीर के मुद्दे को टालते हुए नजर आए.

Shahbaz Sharif and ibrahim raisi

ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और पाक पीएम शहबाज शरीफ

इजरायल के साथ बढ़े तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पाकिस्तान के 3 दिवसीय दौरे पर हैं. सोमवार को पाकिस्तान पहुंचने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार व सांस्कृतिक स्तर पर द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की.

शहबाज शरीफ की हुई किरकिरी

हालांकि इस चर्चा के बाद दोनों नेताओं की हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक अलग नजारा दिखाई दिया. जिसमें पीएम शहबाज शरीफ की किरकिरी हो गई. दरअसल, शहबाज शरीफ चाहते थे कि ईरान के राष्ट्रपति कश्मीर मुद्दे पर अपना पक्ष रखें, लेकिन इब्राहिम रईसी मीडिया के सामने कश्मीर के मुद्दे को टालते हुए नजर आए.

कश्मीर मुद्दे पर रईसी ने साधी चुप्पी

संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शरीफ ने कश्मीर मुद्दा उठाया और ईरान को उसके रुख के लिए धन्यवाद दिया. हालांकि, राष्ट्रपति रईसी ने कश्मीर का उल्लेख करने से परहेज किया और इसके बजाय विशेष रूप से फलस्तीन में उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने वालों को ईरान की ओर से समर्थन देने की बात कही. राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि ईरान और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाकर 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने का फैसला किया है.

पाक-ईरान संबंधों को मजबूत करने का आह्वान

रईसी ने कहा, “हम उच्चतम स्तर पर संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ईरान और पाकिस्तान के बीच आर्थिक व व्यापारिक सहयोग की कोई सीमा नहीं है. वहीं, शरीफ ने कहा कि पूरा पाकिस्तान ईरानी राष्ट्रपति की यात्रा का स्वागत करता है क्योंकि उन्होंने चुनौतियों के बावजूद पाक-ईरान संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया है.

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इब्राहिम रईसी आठ वर्षों में पाकिस्तान का दौरा करने वाले पहले ईरानी राष्ट्रपति हैं. उनके साथ उनकी पत्नी और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है, जिसमें विदेश मंत्री और कैबिनेट के अन्य सदस्य व वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. दोनों पड़ोसी देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को उस समय झटका लगा था जब ईरान ने जनवरी में पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में कथित आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे.

-भारत एक्सप्रेस

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