इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू. मिस्र (इजिप्ट) के राष्ट्रपति के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और भारतीय PM मोदी
Israel Hamas War: पश्चिमी एशिया में इजरायल और हमास की जंग छिड़े आज 22 दिन हो गए हैं. दोनों ओर से मारा-मारी में अब तक 6 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. हालांकि, अभी इस युद्ध के थमने के आसार नहीं हैं, क्योंकि फिलिस्तीनी आतंकी समूह ‘हमास’ बंधक बनाए गए लोगों को छोड़ने को तैयार नहीं है. ऐसे में इजरायली डिफेंस फोर्सेस हमास को मिटाने पर आमादा हैं. इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अभी कुछ बंधकों के परिजनों से मुलाकात की है.
दूसरी ओर, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मिस्र (Egypt) के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से फोन पर बात की. दोनों नेताओं ने इजरायल और हमास की जंग को लेकर चर्चा की. उन्होंने भारत-मिस्र के रिश्तों को मजबूत करने पर भी बातचीत की. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान क्षेत्र में तनाव कम करने पर था; चूंकि मिस्र ही वो देश है, जो इजरायल और गाजा का सबसे करीबी पड़ोसी है. हालांकि, मुस्लिम देश होने के बावजूद मिस्र ने गाजा से भाग रहे मुसलमानों को अपने यहां शरण देने से मना कर दिया है, शरणार्थियों को घुसने से रोकने के लिए अपने बॉर्डर को सील कर लिया है.
हमास ने सुरंगों में 229 लोगों को बंधक बना रखा
टाइम्स ऑफ इजरायल ने बताया कि हमास की कैद में 229 बंधक हैं. इन लोगों के परिजन काफी समय से इजरायल के PM नेतन्याहू से मिलने की मांग कर रहे थे. परिजन बंधकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, वे चाहते हैं कि सरकार कैसे भी जल्द से जल्द हमास के कब्जे से बंधकों को छुड़ाए. खुफिया एजेंसियों का कहना है कि हमास ने इजरायल और अन्य देशों के लोगों को सुरंगों में छुपा रखा है, उनकी लोकेशन नहीं मिल रही है. ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर नेतन्याहू सरकार भी चिंतित है.
— भारत एक्सप्रेस
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