वियतनाम के कम्युनिस्ट नेता की श्रद्धांजलि सभा के दौरान एनएसए अजीत डोभाल. (फोटो: X)
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) बीते बृहस्पतिवार (25 जुलाई) को वियतनाम की राजधानी हनोई में कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव गुयेन फू ट्रोंग (Nguyen Phu Trong) के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, 80 वर्षीय ट्रोंग का बीते 19 जुलाई को 108 केंद्रीय सैन्य अस्पताल में वृद्धावस्था और गंभीर बीमारी के कारण निधन हो गया था.
एनएसए डोभाल ने वियतनाम के राष्ट्रपति टो लाम और प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह तथा शोक संतप्त परिवार को व्यक्तिगत रूप से भारत की ओर से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की.
कौन हैं गुयेन फू ट्रोंग
गुयेन फू ट्रोंग 2011 से कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के पद पर थे. उन्होंने 2018 से 2021 तक वियतनाम के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था. 2021 में उन्हें तीसरे कार्यकाल के लिए महासचिव के रूप में चुना गया. उन्हें भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने और वियतनाम की आर्थिक प्रगति को गति देने के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है. विदेश नीति के मोर्चे पर उन्हें अमेरिका और चीन के बीच वियतनाम के संबंधों को संतुलित करने के लिए जाना जाता था.
भारत के लोगों के प्रति कृतज्ञता
बुधवार (24 जुलाई) को अपनी बैठक के दौरान वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह ने भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की थी. साथ ही उन्होंने 22 जुलाई को महासचिव की याद में समय निकालने के लिए भारतीय संसद को भी धन्यवाद दिया.
एनएसए डोभाल के साथ बैठक के बाद वियतनाम के पीएम कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि यह करीबी दोस्तों के स्नेह के साथ-साथ वियतनाम और भारत के लोगों के बीच की अनमोल परंपरा को दिखाता है.
बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चीन्ह ने सुझाव दिया कि दोनों देश वियतनाम-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और विकसित करने के लिए समन्वय जारी रखें. साथ ही इस बात पर जोर दिया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना एवं दूरसंचार, तथा डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बहुत संभावित क्षेत्र हैं जिन पर और अधिक ध्यान देने तथा बढ़ावा देने की आवश्यकता है.’
भारत-वियतनाम संबंधों में योगदान
दिवंगत महासचिव गुयेन फू ट्रोंग के वियतनाम-भारत संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान को सराहते हुए एनएसए डोभाल ने इस बात पर जोर दिया कि वह एक विद्वान नेता थे और भारत के लोग उनका सम्मान करते थे.
National Security Adviser H.E. Ajit Doval attended today the state funeral of 🇻🇳General Secretary H.E. Nguyen Phu Trong in Hanoi & conveyed India’s condolences personally to the President H.E. To Lam, Prime Minister H.E. Pham Minh Chinh and bereaved family.@MOFAVietNam @MEAIndia pic.twitter.com/RMYFDLAux0
— India in Vietnam (@AmbHanoi) July 25, 2024
उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार वियतनाम और भारत के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को महत्व देती है साथ ही वह विशेष रूप से रक्षा, व्यापार और निवेश जैसे पारंपरिक क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करना चाहती है, इसके साथ ही हनोई द्वारा प्रस्तावित नए क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना चाहती है.
भारत की Act East नीति
2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हनोई यात्रा के दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी की स्थापना के बाद से भारत-वियतनाम संबंध आगे बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की Act East नीति और हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में वियतनाम के महत्व को बनाए रखा है. साथ ही मौजूदा पहलों पर तेजी से प्रगति के लिए काम करने के अलावा रक्षा साझेदारी सहित द्विपक्षीय संबंधों के दायरे को बढ़ाया है.
पिछले कुछ वर्षों में दिवंगत वियतनामी नेता के साथ अपने संवादों में प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों तथा वियतनाम में चाम स्मारकों के जीर्णोद्धार में भारत की भागीदारी पर प्रकाश डाला.
प्रधानमंत्री मोदी ने 19 जुलाई को एक्स पर लिखा था, ‘वियतनाम के नेता गुयेन फू ट्रोंग के निधन की खबर से दुखी हूं. हम दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देते हैं. हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और दुख की इस घड़ी में वियतनाम के लोगों और नेतृत्व के साथ एकजुटता से खड़े हैं.’
Saddened by the news of the passing away of the Vietnamese leader, General Secretary H.E. Nguyen Phu Trong. We pay our respects to the departed leader. Extend our deepest condolences and stand in solidarity with the people and leadership of Vietnam in this hour of grief.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 19, 2024
राजनाथ सिंह ने भी श्रद्धांजलि दी
नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वियतनामी दूतावास का दौरा किया. सरकार और भारत की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए. रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, सिंह ने वियतनाम समाजवादी गणराज्य के राजदूत गुयेन थान हई को अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने संवेदना पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए.
सिंह ने एक्स पर लिखा, ‘आज नई दिल्ली में वियतनामी दूतावास गया. भारत सरकार और भारत के लोगों की ओर से वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव गुयेन फू ट्रोंग को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. दुख की इस घड़ी में भारत शोकाकुल परिवार, वियतनाम के लोगों और नेतृत्व के साथ खड़ा है.’
-भारत एक्सप्रेस
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