पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (फोटो फाइल)
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व पीएम इमरान खान ने गुरुवार को चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान चूक करता है (कर्ज नहीं चुकाता है), तो अगली बार जब सरकार मदद के लिए विदेशी कर्जदाताओं से संपर्क करेगी, तो उसे ‘अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता’ करना होगा. पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज बहुत है और इस कारण वहां आए दिन प्रदर्शन होते रहते हैं.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, यह याद करते हुए कि इस साल की शुरुआत में जब वह सत्ता में थे, देश का डिफॉल्ट जोखिम ‘मात्र 5 फीसदी’ था, उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है. शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए इमरान खान ने कहा कि देश की मौजूदा स्थिति के लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है.
इमरान ने कहा कि सेना अधिनियम में बदलाव सहित मौजूदा सरकार द्वारा उठाए जा रहे सभी कदम यह सुनिश्चित करने के लिए हैं कि मौजूदा नेता अपने ‘लूटे हुए वजन’ को सुरक्षित रख सकें. उन्होंने आगे कहा कि एक मौका था कि मौजूदा नेता ‘एक बार फिर’ देश से भाग जाएंगे और वे यह सब अपने लिए कर रहे हैं, न कि देश या इसके लोगों के लिए.
निष्पक्ष चुनाव के अपने आह्वान को दोहराया
इमरान खान ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के अपने आह्वान को दोहराते हुए कहा कि यह देश के लिए एकमात्र रास्ता है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि पीटीआई ने इस तथ्य के बावजूद 70 फीसदी चुनाव जीते कि सत्तारूढ़ दल उनका समर्थन कर रहे थे.” उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकार का मकसद ‘इमरान खान को खत्म करना’ है।
रावलपिंडी में अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक सभा आयोजित करेगी पार्टी
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान ने कहा कि यह देश के इतिहास में ‘एक निर्णायक क्षण था’ और जब राष्ट्र खड़ा हो जाता है, तब उसे जीतना मुश्किल हो जाता है. पीटीआई के महासचिव असद उमर ने गुरुवार को कहा कि पार्टी रावलपिंडी में अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक सभा आयोजित करेगी. उन्होंने कहा कि पीटीआई न तो डरेगी और न ही झुकेगी. इसके नेता अपने समर्थकों के साथ खड़े रहेंगे और ‘बुलेटप्रूफ ग्लास’ के पीछे नहीं छिपेंगे.
– आईएएनएस/IANS
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