नागा शॉल
BRICS Summit: पीएम नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (Brics Summit 2023) में शिरकत करने साउथ अफ्रीका के तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. इस सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने समूह के राष्ट्राध्यक्षों को उपहार प्रदान किए. पीएम मोदी ने साउथ अफ्रीका की प्रथम महिला त्सेपो मोत्सेपे (Tshepo Motsepe) को नागालैंड शॉल भेंट किया.
कपड़ा कला का बेजोड़ नमूना है नागा शॉल
नागा शॉल नागालैंड की जनजातियों द्वारा सदियों से बुना जाता रहा है. यह कपड़ा कला का एक बेहद खूबसूरत रूप है. नागा शॉल केवल एक कपड़े का टुकड़ा नहीं बल्कि नागाओं की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. हर शॉल की अपनी एक कहानी है, जो जनजाति का इतिहास, विश्वास और जीवन का तरीका दर्शाती है. ये शॉल स्थानीय सामान जैसे कपास, रेशम और ऊन से बनाए जाते हैं.
PM Narendra Modi gifts Nagaland shawl to the First Lady of South Africa, Dr Tshepo Motsepe.
Naga shawls are an exquisite form of textile art that has been woven for centuries by the tribes in the state of Nagaland. These shawls are known for their vibrant colours, intricate… pic.twitter.com/pclLfE5YnC
— ANI (@ANI) August 24, 2023
इसके अलावा पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को तेलंगाना के बिदरी वर्क वाली सुराही का जोड़ा दिया. साथ ही पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा को मध्य प्रदेश की गोंड पेंटिंग उपहार में दी है.
क्यों खास है गोंड पेंटिंग
गोंड पेंटिंग सबसे ज्यादा सराहे जाने वाले ट्राइबल ऑर्ट फॉर्म में से एक है. ये पेंटिंग गोंड जनजाति के लोगों के घरों की दीवारों और फर्शों पर बिंदुओं और रेखाओं को उकेरकर बनाई जाती रही हैं. गोंड शब्द द्रविड़ियन अभिव्यक्ति ‘कोंड’ से आया है, जिसका मतलब ‘हरा पहाड़ा’ होता है. इस ट्राइब के घरों के निर्माण और पुनर्निर्माण के साथ इन्हें बनाया जाता है, जिसमें स्थानीय रूप से उपलब्ध प्राकृतिक रंगों और सामग्रियों जैसे कि चारकोल, रंगीन मिट्टी, पौधों के रस, पत्तियों, गोबर आदि का इस्तेमाल किया जाता है.
-भारत एक्सप्रेस