
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर.
Sunita Williams Space Mission: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स मंगलवार की शाम धरती पर लौटने वाली हैं. वह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर असामान्य रूप से लंबे समय तक रहने के बाद वापस आ रही हैं. नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आने वाला अंतरिक्ष यान कुछ ही घंटों में आईएसएस अलग होगा और मंगलवार शाम 5:57 बजे (अमेरिकी समयानुसार) फ्लोरिडा के समुद्र में उतरेगा. भारतीय समय के अनुसार, यह बुधवार तड़के करीब 3 बजे होगा.
ड्रैगन नामक इस अंतरिक्ष यान का दल रात 11:15 बजे (अमेरिकी समयानुसार) यानी भारत में मंगलवार सुबह 8:45 बजे आईएसएस से अलग होने और हैच बंद करने की प्रक्रिया शुरू करेगा. नासा अपने स्पेसएक्स कार्यक्रम के तहत इस वापसी यात्रा का सीधा प्रसारण करेगा. यह नासा और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का संयुक्त मिशन है, जिसे “स्पेसएक्स क्रू 9” कहा जाता है.
8 दिनों की यात्रा में लग गए 10 महीने
सुनीता विलियम्स और बैरी “बुच” विल्मोर की यह यात्रा वास्तव में 10 महीने पहले पूरी होनी थी. उन्हें आठ दिन के मिशन के बाद वापस आना था, लेकिन तकनीकी कारणों से उनकी वापसी में देरी हो गई. स्पेसएक्स के फाउंडर एलन मस्क ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि वह दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पहले ही वापस ला सकते थे, लेकिन राजनीतिक कारणों से उनकी वापसी रोकी गई.
हाल ही में फॉक्स न्यूज पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक साक्षात्कार में मस्क ने कहा था, “उन्हें राजनीतिक कारणों से वहां छोड़ दिया गया, जो अच्छा नहीं है.”
पहली बार 20006 में की थी स्पेस की यात्रा
सुनीता विलियम्स, जो इस साल सितंबर में 60 वर्ष की हुईं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध भारतीय मूल की दूसरी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं. उनसे पहले कल्पना चावला यह उपलब्धि हासिल कर चुकी थीं, लेकिन 2003 में कोलंबिया स्पेस शटल दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी.
सुनीता विलियम्स का जन्म 1965 में हुआ था. उनके पिता दीपक पांड्या गुजरात से हैं, जबकि उनकी मां उर्सुलाइन बोनी पांड्या (जालोकर) स्लोवेनिया से हैं. सुनीता ने पहली बार 2006 में “डिस्कवरी” स्पेस शटल के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा की थी.
-भारत एक्सप्रेस
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