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US News: अमेरिका के स्कूल में गोलीबारी पर 4 की मौत, आधा दर्जन से अधिक घायल; पारित होगा बंदूक सुरक्षा कानून! बाइडन ने इनसे मांगी मदद

बाइडन ने कहा, जिल और मैं बंदूक हिंसा में गई लोगों की जान का शोक मना रहे हैं.

4 killed more than half dozen injured in US school shooting

फोटो-सोशल मीडिया

US News: अमेरिका से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां बुधवार को जॉर्जिया के पास अपालाची हाईस्कूल में गोलीबारी हुई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है तो वहीं नौ से अधिक लोग घायल हो गए हैं. इस घटना के बाद पूरे अमेरिका में हड़कंप मचा हुआ है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और व्हाइट हाउस ने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. इसी के साथ ही बाइडन ने रिपब्लिकन से बंदूक हिंसा को रोकने के लिए मदद मांगी है. साथ ही ये भी अपील की है कि बंदूक सुरक्षा कानून पारित करने के लिए संसद में डेमोक्रेट के साथ मिलकर काम करें.

बता दें कि इस घटना को लेकर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी निन्दा की है. उन्होंने हैम्शायर में कहा, यह बेहद भयावह है कि हर दिन माता-पिता को बच्चों को इस चिंता में स्कूल भेजना पड़ता है कि उनका बच्चा जिंदा घर वापस आएगा भी या नहीं. तो दूसरी ओर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि इन पोषित बच्चों को एक बीमार राक्षस ने बहुत जल्दी हमसे छीन लिया.

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हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता

दूसरी ओर इस पूरी घटना को लेकर व्हाइट हाउस ने संसद से कुछ करने का आह्वान किया है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जीन पियरै ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, ‘हमें वैश्विक पृष्ठभूमि की जांच करने की जरूरत है. हमें हथियारों और उच्च क्षमता वाले मैगजीन पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है. इसके अलावा आग्नेयास्त्रों के सुरक्षित भंडारण, रोकथाम कार्यक्रमों में निवेश करने और नेशनल रेड फ्लैग कानून को पारित करने की जरूरत है.’

एक खुशहाल माहौल बदल गया भयानक याद में

जो बाइडन ने इस घयना को लेकर कहा है कि ‘जिल और मैं बंदूक हिंसा में गई लोगों की जान का शोक मना रहे हैं. साथ ही उन बचे लोगों के बारे सोच रहे, जिनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई. जॉर्जिया के स्कूल में एक खुशहाल माहौल होना चाहिए था, जो अब भयानक याद में बदल गया कि कैसे बंदूक हिंसा हमारे समुदायों को अलग कर रही है. अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस बात पर अफसोस जताते हुए कहा कि देश भर में छात्र पढ़ना-लिखना सीखने के बजाय झुकना और छिपना सीख रहे हैं. हम इसे सामान्य मानकर नहीं चल सकते. इसे स्वीकार करना जारी नहीं रख सकते. हम संघीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं और उनके आभारी हैं, जिन्होंने संदिग्ध को हिरासत में लिया और कई मासूम जानों को बचा लिया.

-भारत एक्सप्रेस



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