500 दिन बाद गुफा से बाहर निकलती बीट्रिज फ्लेमिनी
Spain: आज के दौर में जहां लोग सामाजिक तौर पर एक दूसरे के साथ किसी न किसी माध्यम से कनेक्ट रहने की कोशिश करते हैं वहीं एक महिला ने 500 दिनों तक न केवल अपने जानने वालों बल्कि पूरी दुनिया से ही अलग-थलग रहने का फैसला कर लिया. इसके लिए उसने दूर एक वीराने में सुनसान गुफा को चुना. लेकिन जब वो 500 दिनों बाद उस गुफा से बाहर निकली तब तक उसकी दुनिया में काफी कुछ बदल चुका था.
230 फीट गहरी गुफा में बीते दिन
स्पेन की रहने वाली महिला बीट्रिज फ्लेमिनी (Beatriz Flamini) एक पर्वतारोही हैं. मिली जानकारी के अनुसार वे जब 48 साल की थीं, तब उन्होंने एक शोध के लिए गुफा में रहने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने न केवल अपने परिवार बल्कि दोस्त और समाज सबसे अलग रहने की सोची और सबसे दूर Granada की एक सुनसान गुफा में अकेली रहने लगी.
वह 20 नवंबर 2021 को उस गुफा में गईं और इसके बाद सीधा 14 अप्रैल 2023 को बाहर निकलीं. इस दौरान बीट्रिज फ्लेमिनी ने अपने दो जन्मदिन भी गुफा में ही मनाए. उनके सहयोग के लिए गुफा के बाहर एक टीम हर समय निगरानी कर रही थी. इन 500 दिनों में बीट्रिज ने करीब 1000 लीटर पानी पिया. लेकिन वे स्नान नहीं कर पाईं. हालांकि अपने शरीर के सेहतमंद रखने के लिए वे व्यायाम करती रहीं.
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क्या कुछ बदल गया इन 500 दिनों में
500 दिनों पहले जब वे गुफा के अंदर गईं थी तब जहां ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय जिंदा थीं वहीं उनके निकलने के बाद उनकी मृत्यु हो चुकी थी. इसके अलावा गुफा में जाने से पहले रूस-यूक्रेन युद्ध भी नहीं शुरू हुआ था. जब वे गुफा में गईं तब कोरोना महामारी ने दुनिया में कोहराम मचा रखा था. इसके अलावा अब उनके आस पास की चीजें भी काफी बदल गई हैं.
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किस पर कर रहीं थीं शोध
बीट्रिज फ्लेमिनी, कुछ मनौवैज्ञानिक और गुफाओं पर शोध करने वाले लोग एक साथ आते हुए इंसानी शरीर और दिमाग की क्षमताओं पर स्टडी कर रहे थे. उनका मकसद जह जानना था कि सुनसान जगहों जैसे किसी जंगल, गुफा या वीराने में अकेले रहने पर इंसान के शरीर और उसके व्यवहार में क्या बदलाव आते हैं. इसी को परखने के लिए बीट्रिज ने गुफा में खुद रहने का फैसला लिया. गुफा से निकलने के बाद उनकी शरीर की जांच के बाद शोध से जुड़े तथ्यों की पड़ताल की जाएगी.