फोटो-सोशल मीडिया
UP Politics: जहां एक ओर समाजवादी पार्टी निकाय चुनाव में भारी हार का मुंह देखने के बाद लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारी में जुटी है तो वहीं इसी बीच मुलायम सिंह यादव के समधी व पूर्व विधायक हरिओम यादव का बेहद चौंका देने वाला बयान सामने आ रहा है. इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में कानाफूसी शुरू हो गई है. उनके एक बयान ने सपा के भीतर चल रहे विवाद की पोल खोल कर रख दी है. मीडिया को दिए बयान में उन्होंने दावा किया कि, अखिलेश यादव तो केवल नाम के अध्यक्ष हैं और शिवपाल की सपा में कोई नहीं सुनता. इसी के साथ उन्होंने सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव पर भी हमला बोला है, साथ ही कहा है कि पार्टी की पूरी कमान इन्हीं के हाथ में है.
बता दें कि हरिओम यादव सपा से तीन बार विधायक रह चुके हैं और 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में उनको सपा की ओर से सिरसागंज से टिकट न दिए जाने पर भाजपा का हाथ थाम लिया था. जबकि सपा में रहते हुए वह शिकोहाबाद से 2002 और 2012 व 2017 में सिरसागंज सीट से विधायक रहे हैं. वहीं अब राजनीतिक गलियारों में उनका ये बयान चर्चा का विषय बना हुआ है.
ये भी पढ़ें- भारत-नेपाल संबंधों को मिलेगी नई ऊंचाई, 10 साल के बिजली व्यापार समझौते की घोषणा की, 7 समझौतों पर हस्ताक्षर किए
भाजपा कहीं से भी सांसद बना देती शिवपाल को
उन्होंने दावा किया कि अगर शिवपाल यादव भाजपा में शामिल हो जाते तो उनका सम्मान होता. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा उनको कहीं न कहीं से सांसद भी बना देती. इसी के साथ वह बोले कि, “समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव की बात कौन सुन रहा है. भाजपा में उनका अध्याय खत्म हुआ है, लेकिन वो कभी भी शुरू हो सकता है.”
राम गोपाल यादव खुद से नहीं जीत सकते हैं चुनाव
हरिओम यादव ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए अखिलेश यादव को सलाह दी और कहा कि, उनको अपने लोगों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कराना चाहिए. इसी के साथ थोड़ा आक्रोशित होकर बोले कि, राम गोपाल यादव खुद से कहीं से चुनाव नहीं जीत सकते हैं. वह आगे बोले कि इतना ही नहीं, अगर वो सैफई से चुनाव लड़ें तो वहां से भी उनको हार का ही मुंह देखना पड़ेगा. बता दें कि पहले भी हरिओम यादव रामगोपाल यादव पर निशाना साध चुके हैं. तब उन्होंने कहा था कि, परिवार और पार्टी को अकेले चश्मा ही खत्म कर देगा. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह की वजह से सपा गठबंधन की 100 सीटें आ गई थीं, लेकिन 2027 के चुनाव में सपा के विधायक ढूंढे नहीं मिलेंगे. वहीं ये भी दावा किया था कि, 2024 के चुनाव में सपा का खाता भी नहीं खुलेगा.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.