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Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड के साढ़े तीन महीने बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लगी है महिला डॉन, फरार हैं अतीक के ये इनामी गुर्गे

Prayagraj: प्रयागराज के इस चर्चित हत्याकांड की आरोपी महिला डॉन शाइस्ता परवीन के साथ ही माफिया अतीक के कई इनामी गुर्गे पुलिस के चकमा देकर फरार हैं.

Umesh Pal Murder Case CCTV

उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ी फाइल फोटो

Umesh Pal Murder Case: बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या के करीब साढ़े तीन महीने बीत जाने के बाद भी हत्यारे पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. प्रयागराज के इस चर्चित हत्याकांड की आरोपी महिला डॉन शाइस्ता परवीन के साथ ही माफिया अतीक के कई इनामी गुर्गे पुलिस को चकमा देकर फरार हैं और पुलिस न जाने कितने ही ठिकानों पर छापामारी करने के बाद भी खाली हाथ ही है.

बता दें कि उमेश पाल की हत्या इसी साल 24 फरवरी को दिन दहाड़े कर दी गई थी. उनके साथ ही उनके दो सरकारी गनर की भी हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद से पूरे प्रदेश में हड़कम्प मच गया था. हत्याकांड के बाद विपक्ष ने भी योगी सरकार पर सुरक्षा को लेकर उंगली उठा दी थी. तो वहीं यूपी पुलिस की कई टीमों के साथ ही यूपी एसटीएफ और क्राइम ब्रांच भी इस मामले में फरार हत्यारोपियों की तलाश करने में जुट गई थी. हालांकि पुलिस अतीक के बेटे असद के साथ ही गुलाम सहित चार आरोपी को भी मुठभेड़ में मार गिराने में सफल हुई थी लेकिन अतीक की बेगम शाइस्ता के साथ ही अतीक के भाई अशरफ की बीवी जैनब और उसकी बहन आयशा नूरी अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगी हैं. यूपी एसटीएफ गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान को ढूंढने में अभी तक नाकाम रही है. तो वहीं अशरफ का साला सद्दाम भी पुलिस के हाथ अभी तक नहीं लगा है. हाल ही में उसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें लोकेशन सऊदी की दिखाई दे रही थी. हालांकि इस फोटो के वायरल होने के बाद से ही पुलिस इस छानबीन में जुटी है कि ये फोटो पुरानी तो नहीं है. वहीं बता दें कि फरार शूटर्स पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित हैं. तो वहीं सबसे बड़ी बात ये है कि पुलिस इस पूरे मामले का अभी तक पूरा खुलासा भी नहीं कर सकी है.

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अतीक और अशरफ को मार डाला था बदमाशों ने

बता दें कि 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ को बदमाशों ने उस वक्त गोलियां बरसा कर ढेर कर दिया था, जब पुलिस दोनों का मेडिकल जांच कराने के लिए प्रयागराज के एक अस्पताल में ले जा रही थी. तीन बदमाश पत्रकार बनकर मीडिया के साथ शामिल हुए थे और मौका पाते ही अतीक और अशरफ पर गोलियां बरसा दी थी. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस मामले की भी जांच पुलिस कर रही है लेकिन इस घटना के भी करीब डेढ़ महीने से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी मामले के तह तक नहीं पहुंच सकी है. फिलहाल देखना ये है कि उमेश पाल की हत्या में फरार आरोपी कब पुलिस के हाथ लगते हैं और पूरे मामले का खुलासा कब तक होता है?

-भारत एक्सप्रेस

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