प्रतीकात्मक चित्र- AI जनरेटेड
भारत का खेल उद्योग (Sports Industry) तेजी से बढ़ रहा है. 2023 में भारतीय स्पोर्ट्स इंडस्ट्री का आकार $52 अरब था, और 2030 तक इसके $130 अरब तक पहुंचने का अनुमान है. यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से खेलों में बढ़ती रुचि और युवा पीढ़ी (Gen Z) की भागीदारी के कारण हो रही है.
Deloitte-Google की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 65.5 करोड़ लोग खेलों के प्रशंसक हैं. इनमें से 43% युवा (Gen Z) हैं. हालांकि क्रिकेट सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. खेलों से जुड़े डिजिटल सर्च में क्रिकेट की हिस्सेदारी 70% है. हालांकि, अन्य खेलों की लोकप्रियता भी तेजी से बढ़ रही है. कबड्डी के 12 करोड़, फुटबॉल के 0.85 करोड़ और स्थानीय खेल जैसे खो-खो के फैंस भी बढ़ रहे हैं.
अब लोग एक से ज्यादा खेलों में रुचि ले रहे हैं. 90% प्रशंसक सिर्फ एक खेल देखने की बजाय कई खेलों को फॉलो करते हैं. इससे भारत की स्पोर्ट्स कल्चर (Sports Culture) में विविधता और समृद्धि आ रही है.
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का बढ़ता असर
रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल माध्यमों ने खेल देखने का तरीका पूरी तरह बदल दिया है. युवा पीढ़ी में से 93% लोग खेलों का आनंद डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए लेते हैं. लाइव मैच के अलावा हाइलाइट्स और छोटे वीडियो जैसे कंटेंट भी बहुत पसंद किए जा रहे हैं.
फैंटेसी स्पोर्ट्स, यूट्यूब और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म फैंस को खेल से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इंटरएक्टिव टेक्नोलॉजी ने खेल देखने का अनुभव बेहतर किया है. जिससे फैंस को खेल से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं.
आर्थिक और रोजगार में वृद्धि
भारतीय स्पोर्ट्स इंडस्ट्री नई नौकरियां और राजस्व (Revenue) भी पैदा कर रहा है. 2030 तक यह उद्योग 1.05 करोड़ नई नौकरियां देगा और $21 बिलियन का टैक्स राजस्व कमाएगा. फिटनेस के प्रति लोगों की बढ़ती रुचि और फैंस द्वारा अपनी पसंदीदा टीमों और खिलाड़ियों का मर्चेंडाइज खरीदने की वजह से Sports Wears और खेल से जुड़े सामानों का बाजार भी 2030 तक $58 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है.
ईस्पोर्ट्स यानी इलेक्ट्रॉनिक खेल 25% की दर से तेजी से बढ़ रहा है. 2030 तक यह $200 मिलियन का बाजार बन सकता है. खेल प्रसारण और स्पॉन्सरशिप से भी बड़ी कमाई हो रही है. केवल आईपीएल (IPL) ही हर साल $1.2 बिलियन का राजस्व कमाता है.
सरकारी योजनाओं से सुधार
सरकार की “खेलो इंडिया” और “टॉप्स” जैसी योजनाओं से देश में खेलों का आधारभूत ढांचा बेहतर हो रहा है. ये योजनाएं खिलाड़ियों को बेहतर अवसर और संसाधन उपलब्ध करा रही हैं. हालांकि, भारत को खेल के बुनियादी ढांचे और संचालन में कई चुनौतियां हैं. भारत का प्रति व्यक्ति खेल बजट (Budget Per Capita) ($0.3) ब्रिटेन ($9) और ऑस्ट्रेलिया ($11) की तुलना में बहुत कम है.
-भारत एक्सप्रेस