चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय'
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, यह चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अपना भीषण रूप दिखा सकता है. अरब सागर में आया इस साल का पहला चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय तेजी से गंभीर हो रूप ले रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, यह चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अपना भीषण रूप दिखा सकता है. हाल ही में बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मोका ने तबाही मचाई. मोका तूफान की वजह से आसियान देशों में 145 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि म्यांमार में 463 लोग मारे गए थे.
उत्तर की तरफ बढ़ा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय
यह तूफान गोवा तट से करीब 900 किमी दूरी पर उठा था. जिसके बाद मौसम वैज्ञानिकों ने इससे केरल में मानसून की ‘धीमी’ शुरुआत होने और दक्षिणी प्रायद्वीप के आगे ‘कमजोर’ प्रगति करने का अनुमान लगाया है. जानकारी के मुताबिक ‘पूर्व-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ पिछले छह घंटे में दो किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की तरफ बढ़ा और एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया.
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केरल में मॉनसून कब देगा दस्तक?
केरल में आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून जून में दस्तक देता है. इसके आगमन के समय में सात दिन का अंतर हो सकता है. मई के मध्य में आईएमडी ने कहा था कि मानसून चार जून तक केरल पहुंच सकता है. स्काईमेट ने पहले मानसून के 8 जून या 9 जून को केरल में दस्तक देने का पूर्वानुमान लगाते हुए कहा था कि यह तीन दिन पहले या बाद में वहां पहुंच सकता है. हालांकि न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि केरल में दो दिन के भीतर मानसून शुरू होने के लिए आशंका है . उनका कहना है कि चक्रवाती तूफान मानसून की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है.
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