आरोपी विजय यादव और मृतक संजीव माहेश्वरी जीवा
लखनऊ की सिविल कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की 7 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्यारे वकील के भेष में आए थे. जिन्होंने कोर्ट रूम में पहुंचकर जीवा की हत्या कर दी. पुलिस ने गोली मारने वाले आरोपी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया. इस हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए इसमें सिर्फ विजय यादव ही नहीं शामिल था. बल्कि इसके अलावा और भी शूटर थे. जो जीवा की हत्या करने के लिए प्लान बी तैयार किया था. आरोपी विजय यादव जौनपुर जिले का रहने वाला है. फिलहाल सीएम योगी के निर्देश पर एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है, जो इस हत्याकांड मामले की जांच करेगी. एसआईटी को एक हफ्ते में रिपोर्ट शासन को सौंपने के निर्देश भी दिए गए हैं.
संजीव माहेश्वरी को मारने के लिए शूटर विजय यादव पहले ही एससी/एसटी कोर्ट रूम के बाहर पहुंच गया था. किसी को शक न हो, इसके लिए उसने काला कोट पहन रखा था और हाथ में कुछ फाइलें भी थीं. जैसे ही संजीव माहेश्वरी को कोर्ट रूम में लाया गया, मौका मिलते ही विजय ने पीछे से फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें संजीव माहेश्वरी जीवा की मौके पर ही मौत हो गई.
सूत्रों का दावा है कि अगर विजय मारने में नाकामयाब होता और संजीव भागने की कोशिश करता तो उसे दूसरे शूटर गोली मार देते. वहीं गोली मारने के बाद विजय ने भागने की कोशिश की थी, लेकिन वकीलों ने उसे पकड़ लिया और जमकर पिटाई भी की. जिसमें विजय यादव घायल हो गया. बाद में उसे अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. अब इस घटना को लेकर सियासी घमासान भी शुरू हो गया है. अखिलेश यादव ने वारदात के तुरंत बाद बयान देते हुए कहा कि, अगर हम कुछ बोलेंगे तो लोग कहेंगे कि सपा ने मरवा दिया. दूसरी तरफ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मामले की जांच कराए जाने के बाद जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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