Maharashtra Politics: सीएम शिंदे और सांसद श्रीकांत शिंदे
Maharashtra Politics: कल्याण लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के कार्यकर्ता जो कहेंगे, वही प्रत्याशी मान लिया जाएगा. भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों ने ठान लिया है कि किसी और प्रत्याशी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सांसद डॉक्टर श्रीकांत शिंदे ने अब इस पर प्रतिक्रिया दी है.
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे ने कहा कि हमारा मकसद केंद्र में फिर से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनाना है. हालांकि, अगर इस दिशा में हमारे काम का कोई विरोध करता है, कोई परेशान करता है या फिर कोई व्यवधान उत्पन्न होता है तो मैं अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं.
कुछ नेता स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं: श्रीकांत शिंदे
उन्होंने कहा कि हम और देश की सभी जनता पीएम मोदी को 2024 में इस देश के प्रधानमंत्री के रूप में फिर से स्थापित करने के लिए संकल्पित है. हम इसके लिए भरसक प्रयास करेंगे. हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया है कि डोंबिवली में कुछ नेता शिवसेना-भाजपा गठबंधन को लेकर स्वार्थी राजनीति कर रहे हैं.
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“मुझे किसी पद की आकांक्षा नहीं”
श्रीकांत शिंदे ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से किसी पद की आकांक्षा नहीं रखता. उन्होंने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में किसे उम्मीदवार बनाना है, इसका फैसला शिवसेना-भाजपा गठबंधन के वरिष्ठ नेता करेंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि अगर मेरा नामांकन नहीं भी हुआ तो जो भी उम्मीदवार होगा हम एकमत होकर प्रचार करेंगे और उसे जिताएंगे.
सीएम शिंदे के बेटे के बयान से सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि भाजपा-शिवसेना में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. कल्याण लोकसभा सीट को लेकर दोनों दलों के बीच तनाव नजर आ रहा है. यहां से सीएम शिंदे के बेटे सांसद हैं. इस सीट से स्वर्गीय राम कापसे कई बाद विधायक और दो बार सांसद चुने गए थे. इसलिए भी भाजपा इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाह रही है. पार्टी के स्थानीय नेताओं ने तो पहले ही ऐलान कर दिया है कि कल्याण लोकसभा सीट पर भाजपा शिवसेना का समर्थन नहीं करेगी.
-भारत एक्सप्रेस
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