ओपी राजभर
UP Politics: रविवार को उत्तर प्रदेश में डॉ सोनेलाल पटेल की 73वीं जयंती मनाई जा रही है. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल पिछड़ों को साधने में जुटे हुए हैं. गृहमंत्री अमित शाह भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजधानी पहुंच चुके हैं. इसी बीच सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर का गठबंधन और बसपा प्रमुख मायावती को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में कानाफूसी शुरू हो गई है.
एक निजी चैनल से बात करते हुए सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने गठबंधन को लेकर कह दिया है, “अगर मायावती को पीएम के तौर पर प्रोजेक्ट करें तो सुभासपा सबसे पहले गठबंधन में शामिल होगी.” उनके इस बयान के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. उन्होंने कांग्रेस, भाजपा पर अति पिछड़ा के साथ न्याय न करने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा आजादी के बाद कांग्रेस पर भरोसा जताया था कि अति पिछड़ों को रोजगार मिलेगा, उच्च शिक्षा मिलेगी. उनकी हालत सुधरेगी. इसीलिए कांग्रेस के साथ रहे, लेकिन आजादी के कई साल बाद भी उनके साथ न्याय नहीं मिला. इसके बाद भाजपा के साथ गए कि बीजेपी से 27 प्रतिशत रिजर्वेशन का लाभ मिलेगा. भाजपा जाति जनगणना कराएगी, लेकिन यहां भी अति पिछड़ा को कुछ नहीं मिला.
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में रहते हुए किसी ने भी अति पिछड़ा को याद नहीं किया. प्रदेश में 38 प्रतिशत आबादी अति पिछड़ा वर्ग की है. इसीलिए कभी अपना दल तो कभी बसपा तो कभी सपा के साथ अति पिछड़ा वर्ग रहा. उन्होंने कहा कि सबको मिलकर मायावती को मनाना चाहिए.
अमित शाह से मिलने पर बोले हमारी-उनकी कोई बात नहीं होगी
अमित शाह से मिलने के संबंध में राजभर ने कहा, “अभी देखा कि कोई बिहार से आ रहा है तो कोई दिल्ली से. एनडीए के जितने भी घटक दल हैं, सब आ रहे हैं. हम तो उस गठबंधन में हैं नहीं, जो हम उसमें जाएं. हमारी उनकी (अमित शाह) कोई बात नहीं होगी. वह अपना कार्यक्रम कर रहे हैं हम अपना कार्यक्रम कर रहे हैं.” ओपी राजभर ने कहा कि वह गांव-गांव में चौपाल का आयोजन कर रहे हैं. बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह रविवार को लखनऊ के दौरे पर हैं. भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल एस डॉक्टर सोनेलाल पटेल की 73वीं जयंती के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन कर रही है, जिसमें अमित शाह शिरकत कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस