शरद पवार और अजित पवार
Maharashtra Politics: एनसीपी नेता अजित पवार बागी रुख अख्तियार करते हुए एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. उन्होंने शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. अजित पवार के साथ छगन भुजबल और दिलीप वलसे पाटिल समेत 8 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद बुधवार को अजित पवार गुट और शरद पवार गुट ने सभी सदस्यों की बैठक बुलाई थी. वहीं इस बैठक के बीच अजित पवार गुट ने दावा किया कि उनके पास 40 NCP विधायकों का समर्थन है. दूसरी तरफ, पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने शरद पवार से अपने लिए आशीर्वाद मांगा, तो साथ ही साथ उन पर सवाल भी उठाए.
अजित पवार ने कहा, “आपने मुझे सबके सामने खलनायक के रूप में दिखाया. मेरे मन में अभी भी उनके (शरद पवार) लिए बहुत सम्मान है. आप मुझे बताएं, IAS अधिकारी 60 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं. राजनीति में भी भाजपा नेता 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं. आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं. इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है.”
हमें अपना आशीर्वाद दें- अजित पवार
उन्होंने एनसीपी प्रमुख की तरफ इशारा करते हुए कहा, “आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें… आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप अभी रुकने वाले नहीं हैं?. हमें अपना आशीर्वाद दें और हम ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि आपकी उम्र लंबी हो.” अजित पवार ने कहा, “2004 के विधानसभा चुनाव में NCP के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे. अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता.” अजित पवार के बयान से समझें तो वे नेतृत्व से कम किसी बात पर फिलहाल तैयार नहीं हैं.
#WATCH | Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar says, "You portrayed me as a villain in front of everyone. I still have deep respect for him (Sharad Pawar)…But you tell me, IAS officers retire at 60…even in politics
– BJP leaders retire at 75. You can see the example of LK Advani… pic.twitter.com/T2XqCzEH89— ANI (@ANI) July 5, 2023
वहीं प्रफुल्ल पटेल ने बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के बाद उठ रहे सवालों पर कहा, “जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो फिर बीजेपी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम एक स्वतंत्र इकाई के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुए हैं. ”
जब शिवसेना के साथ जा सकते हैं तो बीजेपी के साथ क्यों नहीं- प्रफुल्ल
प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला बीजेपी के साथ चले गए और अब वे संयुक्त विपक्ष का हिस्सा हैं. मैं शरद पवार के साथ पटना में संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था और वहां का दृश्य देखकर मुझे हंसने का मन हुआ. वहां 17 विपक्षी दल थे, जिनमें 7 के पास लोकसभा में केवल 1 सांसद है और एक पार्टी ऐसी है जिसके पास 0 सांसद हैं और उनका दावा है कि वे बदलाव लाएंगे.” पटेल ने कहा, “हमने यह फैसला (एनडीए में शामिल होने का) देश और अपनी पार्टी के लिए लिया है, व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं.”
उधर, सुप्रिया सुले ने अजित पवार गुट पर निशाना साधा और कहा कि हमारा अपमान कर लें, लेकिन हमारे पिता का नहीं. सुप्रिया सुले ने कहा कि ये लड़ाई बीजेपी के खिलाफ है और बीजेपी देश की सबसे करप्ट पार्टी है.
-भारत एक्सप्रेस
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