यमुना नदी पर बने पुराने रेलवे पुल पर आवागमन बंद
मानसून ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा है. जमकर हो रही बारिश से तमाम इलाके बाढ़ में डूब गए हैं. इसी बीच दिल्ली के पुराने यमुना पुल पर यातायात को पूरी तरह से रोक दिया गया है. यमुना नदी में बढ़े जलस्तर को देखते हुए उत्तर रेलवे ने ये फैसला लिया है. यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद ये हालात बने हैं. वहीं निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. आवागमन को आज (11 जुलाई) सुबह 6 बजे से बंद किया गया है.
खतरे के निशान के ऊपर पहुंचा जलस्तर
यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है. बीते सोमवार को यमुना का जलस्तर पुराने रेलवे ब्रिज पर 205 मीटर से ऊपर पहुंच गया. जबकि मंगलवार की सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक जलस्तर 205.5 मीटर बढ़ने की संभावना है. जिसे देखते हुए रेलवे ने यमुना पुल को बंद करने का फैसला लिया है.
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा
यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से आस-पास निचले इलाकों में रहने वालों के लिए खतरा पैदा हो गया है. इन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. जलस्तर के लगातार बढ़ने से अब लोगों में दहशत भर गई है. वहां से निकल कर लोग सड़कों पर तिरपाल लगाकर रहने को मजबूर हैं.
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सरकार हर स्थिति से निपटने को तैयार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि दिल्ली सरकार हर आपदा से निपटने के लिए तैयार है, साथ ही यमुना नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है. सीएम ने ये भी कहा कि नदी का जलस्तर 206 मीटर के निशान को पार करते ही पानी निचले इलाकों में भरने लगेगा, लेकिन उससे पहले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा. रैपिड रिस्पांस टीम और नावों को तैनात किया गया है. इसके अलावा अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए गए हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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