इसी स्कूल में हुई घटना (फोटो सोशल मीडिया)
Kanpur: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) जिले में क्लास रूम में एक छात्र ने अपने ही दोस्त की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. मामला कानपुर के बिधनू थानाक्षेत्र के गंगापुर कॉलोनी के इंटर कॉलेज का है. घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची. आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया गया है कि दोनों के बीच पिछले कई साल से विवाद चल रहा था. इसी को लेकर आरोपी छात्र ने मौका पाते ही उस पर हमला कर उसकी हत्या कर दी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में लगी हुई है.
पढ़ने-लिखने की उम्र में छात्रों के दिमाग में क्या चल रहा है, वो इस घटना से साफ पता चलता है. वैसे तो अक्सर ही विद्यालय में छात्रों के विवाद और मारपीट की खबर सामने आती ही रहती है, लेकिन हत्या की इस घटना ने नई पीढ़ी की सोच को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. जानकारी सामने आ रही है कि प्रयाग विद्या मंदिर कॉलेज में कक्षा 10वीं के छात्र ने अपने ही दोस्त की गला काटकर हत्या कर दी. आरोपी ने चाकू से साथी की गर्दन पर हमला किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है. बता दें कि दोनों ही एक ही क्लास में पढ़ते थे.
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लड़की से दोस्ती को लेकर चल रहा था झगड़ा
इस पूरी घटना को लेकर जानकारी सामने आ रही है कि लड़की से दोस्ती को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था. इन दोनों छात्रों के बीच झगड़ा पुराना था. चार दिन पहले भी दोनों में लड़ाई हुई थी. वहीं सोमवार को लंच के समय दोनों में झगड़ा हो गया, लेकिन आरोपी छात्र पूरी तैयारी के साथ आया था और उसने बैग में सब्जी काटने वाला चाकू छिपाकर रखा था और विवाद के बाद ही नीलेंद्र तिवारी की गर्दन पर ताबड़तोड़ वार कर दिए तो वहीं मौजूद छात्र चीखे-चिल्लाने लगे और झपटकर हमलावर छात्र को पकड़कर चाकू छीन लिया. वहीं क्लास के बच्चों ने बताया है कि चाकू से वार करते वक्त वह चिल्ला रहा था, मुझे मार के ज्यादा उड़ रहा था न…ले, अब मार के दिखा.
स्कूल ने दी ये सफाई
इस पूरी घटना को लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य विनय कुमार पांडेय ने मीडिया को जानकारी दी है कि दोनों छात्रों के बीच स्कूल में किसी भी तरह के लड़ाई-झगड़े के बारे में उनको कुछ भी नहीं पता था. वहीं सवाल यह भी उठता है कि मामला हत्या तक पहुंच गया और प्रबंधन को कुछ पता ही नहीं चला. प्रधानाचार्य के अनुसार कक्षा में 42 बच्चे हैं, जिसमें आधी लड़कियां हैं.