फोटो-सोशल मीडिया
Gyanvapi ASI Survey Update: भगवान शिव की नगरी कहे जाने वाले काशी में ज्ञानवापी मंदिर मस्जिद विवाद सुलझाने के लिए भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) सर्वे कर रहा है. इस सर्वे का शनिवार को 9वां दिन है. संवाददाता ने बताया कि एएसआई की सर्वे टीम रोजाना कई घंटे तक परिसर में सर्वेक्षण करती है. सर्वे के दौरान हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोग भी वहां जाया करते थे, हालांकि कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार से वहां नई व्यवस्था की गई.
दोनों ही पक्ष अब ASI टीम से दूर रहेंगे
कोर्ट ने आदेश दिया कि अब हिंदू और मुस्लिम पक्ष सर्वे टीम के दूर रहेंगे. जिसके बाद आज खबर आ रही है कि अभी तक किसी भी तरह का अपडेट नहीं मांगा गया है और न ही टीम ने उनसे कुछ शेयर किया है. बताया जाता है कि कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार से ये नई व्यवस्था लागू हुई है. इसको लेकर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने बुधवार को काशी विश्वनाथ धाम के पिनाक भवन में दोनों पक्षों के साथ बैठक की थी और ये निर्देश दिया था कि दोनों ही पक्ष अब एएसआई टीम से दूर रहेंगे.
ASI टीम अब यह नहीं बताएगी कि सर्वे में क्या हुआ
अदालत के निर्देश के बाद वाराणसी के बहुचर्चित ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के सर्वे के दौरान अब हिंदू और मुस्लिम पक्ष केवल को कोई बात सर्वे टीम से कहनी होगी तो वह केवल ज्ञानवापी परिसर में प्रवेश और निकास के समय ही उनसे बात कर सकेंगे, लेकिन इस दौरान सर्वे टीम ये जानकारी नहीं देगी कि सर्वे में क्या हुआ? न ही दोनों पक्ष इस जानकारी को लेकर कोई सवाल कर सकेंगे.
किसी भी पक्ष से सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान नहीं आना चाहिए
इसके अलावा मंडलायुक्त ने बैठक के दौरान दोनों पक्षों को निर्देश दिया है कि किसी भी पक्ष से सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान नहीं आना चाहिए. गौरतलब हो कि सर्वे को लेकर हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच तल्खी बढ़ रही थी. इसी को देखते हुए मंडलायुक्त और पुलिस आयुक्त ने दोनों पक्षों के साथ बैठक की और नई व्यवस्था की जानकारी दी. इसी के साथ देश हित में आवश्यक निर्देश भी दिए और अपील करते हुए कहा कि, न्यायालय की लड़ाई को बाहर नहीं लाया जाए. इसी के साथ ये भी कहा कि सामंजस्य के साथ न्यायालय के आदेश का पालन किया जाए.
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मंडलायुक्त ने कहा- संयम रखें, अफवाह में न आएं
मंडलायुक्त ने दोनों पक्षों से कहा कि, ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे के दौरान वादी और प्रतिवादी पक्ष से जुड़े सभी लोग संयम रखें. इसी के साथ प्रशासन ने दोनों पक्षों से सर्वे के दौरान एएसआई टीम से दूर रहने के लिए अपील की है. साथ ही किसी भी तरह की अफवाह से बचने के लिए भी अपील की है. हिंदू और मुस्लिम पक्ष से बात करते हुए पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन ने कहा कि, किसी भी धर्म, संप्रदाय का व्यक्ति अफवाह फैलाए तो नजदीक के थाने और पुलिस के उच्चाधिकारियों को तत्काल सूचना दें और इसकी शिकायत करें. अफवाह के आधार पर दोषी को सजा दी जाएगी. इसी के साथ सर्वे को लेकर किसी भी तरह की बयानबाजी को लेकर तत्काल रोक लगाने की भी अपील की है.
‘नई उम्र के युवाओं को समझाएं दोनों पक्ष’
मंडलायुक्त ने दोनों पक्षों से अपील की है और कहा है कि, दोनों ही पक्ष अपने-अपने समाज के नई उम्र के युवाओं को समझाएं और उनसे कहें कि किसी के बहकावे में न आएं. नफरत फैलाने वाले भ्रामक संदेशों का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया से लेकर कहीं भी न करें. इसी के साथ उन्होंने कहा कि अगर कोई भी मना किए जाने के बाद भी नहीं मानता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए है. इस मौके पर दोनों पक्षों को पुलिस आयुक्त ने ऑपरेशन दृष्टि के बारे में जानकारी दी और बताया कि संवेदनशील व अति संवेदनशील इलाकों चिह्नित करके सीसी कैमरे लगवाने का प्रयास करें और अपराध रोकने में पुलिस की मदद करें.
अपने क्षेत्र की मस्जिद में ही पढ़ें नमाज
साथ ही बैठक में अधिकारियों ने ज्ञानवापी परिसर में नमाजियों की संख्या बढ़ने पर भी संवाद किया और मुस्लिम पक्ष से कहा कि वह अपने समाज के लोगों को समझाएं कि वे अपने क्षेत्र की मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें. उन्होंने आगे कहा कि, संख्या बढ़ने से भी दूसरे पक्ष में गलत संदेश जा रहा है. इसी के साथ मंडलायुक्त ने किसी भी प्रकार की गोष्ठी न करने की अपील की, जिससे सौहार्द बिगड़े. उन्होंने कहा कि, सभी मिल-जुलकर रहें और सद्भाव को मजबूत बनाए रखें. बता दें कि बैठक में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम, रेखा पाठक, मंजू व्यास, सुधीर त्रिपाठी, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन, शहर-ए-मुफ्ती अब्दुल बातिन नोमानी और एजाज अहमद आदि मौजूद रहे और हिंदू व मुस्लिम पक्ष में जिला प्रशासन और पुलिस की कही बात पर अमल लाने का वादा किया.
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