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UP News: गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर के बीच ‘नया नोएडा’ बसाए जाने का रास्ता साफ, NOIDA में विकास कार्यों को लगेंगे पंख, 80 गांवों को लेकर बड़ा प्लान

मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा लोकेश एम ने बताया कि ये 80 गांव मिलने से नोएडा में विकास की योजनाएं लागू की जाएंगी. गांव में गौतमबुद्ध नगर से 20 और बुलंदशहर के 60 गांव शामिल हैं.

फोटो-सोशल मीडिया

UP News: उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले से गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर में रहने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी सामने आई है कि ग्रेटर नोएडा से आगे बुलंदशहर के रास्ते में एक नया नोएडा बसाए जाने का खाका तैयार किया गया है. इसको लेकर नोएडा अथॉरिटी की बोर्ड बैठक कल ही हुई है. इसी में ये बड़ा और अहम फैसला लिया गया है. इसके बाद गौतमबुद्धनगर में दादरी सिकंदराबाद की तहसील के 80 गांव को नोएडा विकास प्राधिकरण में जोड़ दिया गया है. ये सभी गांव नोएडा प्राधिकरण को सौंप दिए गए हैं और अब इन्हीं गांव क्षेत्रों में दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना का निवेश क्षेत्र विकसित किए जाने की योजना है.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा लोकेश एम ने बताया कि, इस सम्बंध में प्रस्ताव बनाकर डीएमआईसीडीसी की तरफ से नोएडा अथॉरिटी को दिया गया था और फिर प्रस्ताव को मंजूरी के लिए उत्तर प्रदेश शासन के पास भेज दिया गया था. अधिकारियों के मुताबिक प्रस्ताव को लेकर राज्यपाल की ओर से मंजूरी मिल गई है और अब गौतमबुद्धनगर की दादरी और बुलंदशहर की सिकंदराबाद तहसील के 80 गांव को नोएडा प्राधिकरण का हिस्सा होने का रास्ता साफ हो गया है.

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मीडिया सूत्रों की मानें तो नोएडा ने ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को 5000 करोड़ रुपये का और यमुना प्राधिकरण को करीब ढाई हजार करोड़ रुपए का कर्ज दे रखा है और इसी कर्ज के बदले में नोएडा प्राधिकरण ने दोनों प्राधिकरण से विकास कार्यों के लिए जमीन की मांग की थी, लेकिन दोनों प्राधिकरण की ओर से उनको मना कर दिया गया. नोएडा के विकास के लिए सरकार की ओर ये प्लान किया गया और अब ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के 80 गांव नोएडा अथॉरिटी में मिलाकर विकास कार्य किए जाएंगे. बता दें कि इसको लेकर गैजेट नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है.

वहीं मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने आगे बुलंदशहर के गांवों को लेकर एक जानकारी साझा की और बताया कि करीब एक दशक पहले बुलंदशहर के इन तमाम गांव को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में समाहित कर दिया गया था, लेकिन बाद में बुलंदशहर खुर्जा विकास प्राधिकरण को तोड़ दिया गया और फिर दो अलग-अलग प्राधिकरण बना दिए गए. उन्होंने आगे बताया कि इसी वजह से इन गांवों को ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से हटाकर बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के साथ ही खुर्जा विकास प्राधिकरण में शामिल कर दिया गया था. उन्होंने आगे बताया कि गांव में गौतमबुद्धनगर से 20 और बुलंदशहर के 60 गांव शामिल हैं. चूंकि अब ये 80 गांव नोएडा को दिए जाने को लेकर सरकार की ओर से ही आदेश आ गया है तो नोएडा में विकास की तमाम योजनाएं लागू की जा सकेंगी.

-भारत एक्सप्रेस



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