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नीतीश कुमार ने पूर्व पीएम वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि, बिहार के सीएम के दिल्ली दौरे के क्या है सियासी मायने?

हाल ही में नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2024 में केंद्र की बीजेपी सरकार से ‘मुक्ति’ मिल जाएगी. स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान बिना किसी का नाम लिए कहा था कि हम लोग अपने काम में लगे हुए हैं पर दिल्ली वाला तो केवल अपना प्रचार करता है.

Nitish Kumar

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Nitish Kumar: सियासी हलचल के बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं. उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर ‘सदैव अटल’ जाकर पुष्पांजलि अर्पित की. सीएम  ने कहा, ” मैं यहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने आया हूं. वो हम लोगों की बहुत इज्जत और हमसे बहुत प्रेम करते थे, हम कभी उन्हें भूल नहीं सकते. जब मैंने पहली बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ ली तो वह वहां थे.

बता दें कि दौरे के दौरान सीएम नीतीश केजरीवाल से भी मुलाकात करेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री से मुलाकात के अलावा नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजधानी में अन्य विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात करेंगे. विपक्षी दलों की पहली बैठक बिहार में हुई जबकि दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई थी. अब विपक्षी दलों की अगली बैठक मुंबई में होनी है. नीतीश उसमें भी हिस्सा लेंगे. इस बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से कैसे मुकाबला किया जाए इस पर चर्चा होगी. सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर भी बात हो सकती है. इसके साथ-साथ सर्वसम्मति से INDIA के संयोजक का चयन भी किया जाएगा.

“2024 में BJP से मिल जाएगी मुक्ति”

बता दें कि हाल ही में नीतीश कुमार ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2024 में केंद्र की बीजेपी सरकार से ‘मुक्ति’ मिल जाएगी. स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान बिना किसी का नाम लिए कहा था कि हम लोग अपने काम में लगे हुए हैं पर दिल्ली वाला तो केवल अपना प्रचार करता है. मीडिया पर कब्जा है, केवल अपने प्रचार में लगा रहता है, काम थोड़े ही करता है.

नीतीश के दौरे से एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा: आरएस प्रसाद

दूसरी ओर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे का न तो राजग पर असर पड़ेगा और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर. उन्होंने कहा, “अब, नीतीश बाबू दिल्ली जा रहे हैं. लालू जी उनसे कह रहे थे कि दिल्ली जाओ और अपने बेटे तेजस्वी यादव के लिए मुख्यमंत्री की सीट छोड़ दो. नीतीश बाबू मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं. प्रसाद ने कहा, “हम इसे देख रहे हैं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि नीतीश बाबू चाहे जहां भी जाएं, दिल्ली, मुंबई या कहीं और, देश के लोगों ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में चुनने का फैसला किया है.

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बिहार में सियासी हलचल तेज

बता दें कि नीतीश कुमार वाजपेयी सरकार में कई अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं. स्व. अटबिहारी वाजपेयी की सरकार में नीतीश कुमार रेल और कृषि जैसे अहम विभाग के मंत्री रहे चुके हैं. उनके समय में ही भाजपा और जदयू के बीच गठबंधन हुआ था. NDA से अलग होने के बावजूद सीएम नीतीश कुमार पूर्व प्रधानमंत्री की तारीफ करते रहते हैं. नीतीश एक बार फिर से अटल जी को पुष्पांजलि अर्पित करने जा रहे हैं. ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि कहीं नीतीश कुमार का मन तो नहीं बदल रहा है. कहीं नीतीश कुमार एक बार फिर NDA की ओर तो नहीं आ रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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