मध्य-प्रदेश में होगा 5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन
दिल्ली के अशोक होटल में गुरुवार को 5वें ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022’ का शुभारंभ किया गया. समारोह का उद्धघाटन केंन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया. उन्होंने मंच से ऐलान किया कि इस बार देश के दिल मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद अनुराग ठाकुर ने खेलो इंडिया की मशाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों में सौंप दी.
मलखम्ब बना मध्य-प्रदेश का राज्य खेल
मलखम्ब को मध्य प्रदेश का राज्य खेल बनने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को बधाई दी. उनहोंने कहा कि मलखम्ब कभी भारत के इतिहास का हिस्सा था, आज खेलो इंडिया गेम में शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि सीएम चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में खेलों का जो वातावरण बना है, उससे अनेक खेल प्रतिभाओं ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन कर भारत का नाम रोशन किया है.
खेल के प्रति अभिभावकों की सोच बदली
अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेल को बढ़ावा देने के संकल्प को बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना थी कि हम ओलिम्पिक गेम को तो बढ़ावा दें. साथ ही पारम्परिक खेलों को भी आगे बढ़ाएं. जिसका परिणाम है कि आज खेलो इंडिया यूथ गेम्स को हर तरफ से तारीफ मिल रही है और इसे खूब प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले खेलों के प्रति लोगों के अंदर उदासीनता का भाव था. खासकर बच्चों के अभिभावक इसमें बहुत कम रुचि रखते थे. लेकिन समय बदला सोच बदली और अब वही माता-पिता अपने बच्चों को और खुद को भी फिट रखने के लिये खेलों से जुड़ रहे हैं.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खेलों की मेजबानी मध्यप्रदेश को दिये जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को धन्यवाद दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस संकल्प के साथ मध्यप्रदेश को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की जिम्मेदारी सौंपी है, उसे मध्य प्रदेश पूरी शिद्दत से निभाएगा. उन्होंने कहा कि मध्य-प्रदेश में इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स का ऐसा आयोजन किया जायेगा, जिसे पूरा भारत ही नहीं दुनिया भी देखेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाया खेलों का बजट
मध्य-प्रदेश को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मिलने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि, मोदी जी के नेतृत्व में भारत अब खेलों में भी चमत्कार कर रहा है. हमने मध्यप्रदेश में भी प्रयास किए हैं. साल 2003 में खेल बजट 5 करोड़ था, जो अब बढ़कर 350 करोड़ रूपए हो गया है. इसके साथ ही प्रदेश में प्रदेश में 18 खेलों की 11 एकडमी स्थापित की गई हैं. यहां पर खिलाड़ियों के लिए बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ हर जिले में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, कोचिंग और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है.
सीएम चौहान ने बताया कि खेलों का वातावरण बनाये रखने के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं की जा रही हैं. मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर 3 से 7 नवंबर तक गांव-गांव में खेल प्रतियोगिताएं होगी. इसमें बुजुर्गों की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी कराया जाएगा.
मध्य-प्रदेश जीरो से बना हीरो
इस दौरान प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि अत्यंत हर्ष और गौरव का क्षण है कि स्वदेशी खेलों को शामिल करते हुए सबसे बड़े आयोजन खेलो इंडिया यूथ गेम की मेजबानी अत्याधुनिक और विश्व-स्तरीय खेल सुविधाओं वाले मध्यप्रदेश को करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश जीरो से हीरो बन रहा है. पदक तालिका में सिर्फ बेटे नहीं, हमारी बेटियों ने भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पदक हासिल कर अपने हुनर को साबित किया है.
बता दें खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन मध्य- प्रदेश के 8 शहरों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, महेश्वर और बालाघाट में 31 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के बीच किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस
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