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Shahjahanpur News: डकैती और हत्या के एक आरोपी को पुलिस ने 15 घंटे के अंदर ढेर कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, शाहजहांपुर के मीरानपुर कटरा व्यापारी के घर में मंगलवार सुबह चार बजे आठ से दस डकैत दीवार कूदकर घर में घुस गए थे. जहां उन्होंने व्यापारी के बेटे के कमरे में घुस गए और आलोक के कमरे की अलमारियां तोड़ने लगे. इतने में खट-खट की आवाज सुनकर आलोक व उनकी पत्नी सोनम उर्फ खुशबू जाग गए और उन्होंने इसका विरोध किया तो डकैतों ने उनके ऊपर चाकू से कई प्रहार करके घायल कर दिया, लेकिन शोर सुनकर परिवार के और भी लोग आ गए और उन्होंने एक डकैत को पकड़ लिया. जिसे बाद में पुलिस के हवाले कर दिया गया.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, परिजनों द्वारा पकड़े गए डकैत शहबाज को पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए ले जा रही थी तभी उसने दारोगा हितेश तोमर की पिस्टल छीन ली और फायरिंग कर भागने लगा. इस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, जिसमें शहबाज ढेर हो गया. इस पूरे मामले को लेकर मृतक शिक्षक आलोक के पिता सुधीर गुप्ता ने जानकारी दी कि, दो को नामजद करते हुए आठ अज्ञात पर डकैती, हत्या, हत्या के प्रयास की धारा में उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि, उनका बेटा आलोक गुप्ता तिलहर के सन इंस्टीट्यूट में शिक्षक थे. मंगलवार सुबह चार बजे आठ-दस डकैत दीवार कूदकर घर में घुस आए थे और सभी डकैत आलोक के कमरे की अलमारियां तोड़ रहे थे. इसी दौरान आलोक और उसकी पत्नी की आंख खुल गई और फिर उन्होंने डकैतों का विरोध किया तो डकैतों ने उन पर चाकू बरसा दी. इस दौरान आलोक बुरी तरह घायल हो गए और इसी के साथ ही चार वर्ष की बेटी अवंतिका, तीन वर्षीय बेटा लालू भी घायल हो गया. चीख पुकार सुनकर घर के अन्य लोग भी पहुंचे. सुधीर ने बताया कि, उनके छोटे बेटे प्रशांत के साथ वह आलोक के कमरे में गए तो देखा कि डकैत उन पर भी हमला कर रहे थे. इसी बीच परिवार के सभी लोगों ने बचाने की कोशिश की और विरोध किया तो सभी डकैत भागे लेकिन डकैत शहबाज को हम लोगों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया. पिता ने बताया कि, आलोक घायल होने के बावजूद भी एक डकैत को पकड़ लिया था. उसे पुलिस को सौंपने के बाद जब आलोक को अस्पताल लेकर पहुंचे तो उसे मृत घोषित कर दिया गया.
पीड़ितों ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की
इस घटना को लेकर परिजनों के साथ ही मोहल्ले वालों में भी आक्रोश है और लोगों ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया. पीड़ितों ने आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलवाने की मांग की है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, मुठभेड़ के बाद भी रात 11 बजे तक राजमार्ग पर जाम लगा रहा. इसके बाद पुलिस ने पीड़ितों को मुठभेड़ में आरोपी शहबाज के मारे जाने की खबर दी. जिसके बाद लोगों ने प्रदर्शन खत्म किया.
हत्याकांड में भी आ चुका है आरोपियों का नाम
मुठभेड़ में मारे गए आरोपी के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि, शहबाज ई-रिक्शा चलाता था. पुलिस ने बताया कि उससे पूछताछ के बाद दूसरे आरोपी शहरोज को भी पकड़ लिया गया है. वह बाल कटिंग का काम करता था. पुलिस ने बताया कि 23 जनवरी को सपा के पूर्व नगर अध्यक्ष सरताज खां की हत्या हुई थी. इस घटना में भी शहरोज का नाम सामने आया था. वहीं डकैती की घटना को लेकर आईजी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि डकैती के दौरान शिक्षक की हत्या की गई थी. एक आरोपी ने हिरासत से भागने का प्रयास किया तो पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है.
-भारत एक्सप्रेस