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DUSU Election 2023: पिता की मौत के बाद घर का एकलौता सहारा! जानें कौन हैं दिल्ली विश्वविद्यालय के नए अध्यक्ष तुषार डेढ़ा

बता दें कि 25 वर्षीय डेढ़ा मूल रूप से उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोंडा के रहने वाले हैं. वर्तमान में वो डीयू में बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर कर रहे हैं.

तुषार डेढ़ा ( फाइल फोटो)

तुषार डेढ़ा ( फाइल फोटो)

DUSU Election 2023: दिल्ली छात्र संघ चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. ABVP के उम्मीदवार तुषार डेढ़ा ने अध्यक्ष पद पर भारी मतों के अंतर से जीत दर्ज की है. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 2 और उम्मीदवारों ने सेंट्रल पैनल के सचिव और संयुक्त सचिव पद पर जीत दर्ज है. कांग्रेस समर्थित नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) छात्र संघ चुनाव में केवल एक सीट ही जीत सकी. अभि दहिया ने एबीवीपी के सुशांत धनकड़ को भारी मतों के अंतर से हराया है. दरअसल, इससे पहले वर्ष 2019-20 में दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव हुए थे. इस अवधि के दौरान कोरोना वायरस के कारण दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव नहीं हो सके थे. छात्र संघ चुनाव में 3 वर्ष की देरी के कारण प्रशासन ने उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट दी थी.

कौन हैं तुषार डेढ़ा?

बता दें कि 25 वर्षीय डेढ़ा मूल रूप से उत्तर पूर्वी दिल्ली के गोंडा के रहने वाले हैं. वर्तमान में वो डीयू में बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर कर रहे हैं. तुषार डेढ़ा ABVP के सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई सत्यवती कॉलेज से पूरी की. डेढ़ा 2015 में एबीवीपी में शामिल हुए थे इसके बाद उन्होंने 2016 में सत्यवती कॉलेज में कॉलेज सांस्कृतिक समन्वयक का चुनाव जीता. वह DUSU में कार्यकारी परिषद के सदस्य भी थे.

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के उम्मीदवार और कला संकाय में बौद्ध अध्ययन में एमए के प्रथम वर्ष के छात्र तुषार डेढ़ा कहते हैं, “मैंने अपने पिता को खो दिया है और मेरी मां एक गृहिणी हैं. मेरी एक छोटी बहन है और मैं अपने परिवार का एकमात्र सहारा हूं. छात्र राजनीति के साथ-साथ, मेरा लक्ष्य अनुसंधान और शिक्षाविदों में भी अपना करियर बनाना है. चूंकि मैं इस विश्वविद्यालय से इतने लंबे समय से जुड़ा हुआ हूं, इसलिए मुझे छात्रों के मुद्दों को उठाने और उन्हें हल करने का जुनून है.”

रियायती दर पर शहर भर में यात्रा करना प्रत्येक छात्र का अधिकार: तुषार

तुषार डेढ़ा कहते हैं, “पहले छात्रों को डीटीसी बस पास के लिए आवेदन करने की अनुमति थी. अब, छात्रों के लिए मेट्रो पास लेने का समय आ गया है क्योंकि हममें से अधिकांश लोग कॉलेज जाने के लिए लंबी दूरी तय करते हैं. मैं खुद अपने ग्रेजुएशन के दिनों में घोंडा, मौजपुर से अशोक विहार तक दिल्ली मेट्रो से यात्रा करता था. रियायती दर पर शहर भर में यात्रा करना प्रत्येक छात्र का अधिकार है, और यही वह बदलाव है जो मैं लाना चाहता हूं.”

-भारत एक्सप्रेस

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