मेनका गांधी (फोटो सोशल मीडिया)
Maneka Gandhi on ISKCON: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) पर भाजपा सांसद मेनका गांधी ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इस्कॉन देश का सबसे बड़ा ‘धोखेबाज’ संगठन है. मेनका ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यह संगठन अपनी गौशालाओं से गायों को कसाइयों को बेचता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और पशु अधिकार कार्यकर्ता (Animal Rights Activist) मेनका गांधी, पशु कल्याण के मुद्दों पर सोशल मीडिया पर हमेशा मुखर रही हैं. मेनका गांधी के बयान के बाद इस्कॉन ने पलटवार किया है.
India’s No:1 Cow Slaughters are #ISCKON!
– Menaka Gandhi pic.twitter.com/5HbEPQxpIQ
— We Dravidians (@WeDravidians) September 26, 2023
मेनका गांधी ने हाल ही में आंध्र प्रदेश में इस्कॉन की अनंतपुर गौशाला की यात्रा की थी. उन्होंने कहा कि वहां ऐसी कोई गाय नहीं मिली जो न तो दूध दे रही हो और न ही उसके बछड़े हों. पूरी डेयरी में कोई बिना दूध देने वाली गाय नहीं थी. वहां एक भी बछड़ा नहीं था. इसका मतलब है कि वे सभी बिक गए.
ISKCON ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि, इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने मेनका गांधी के आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, “इस्कॉन न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर गाय और बैल की सुरक्षा और देखभाल में सबसे आगे रहा है. जैसा कि आरोप लगाया गया है, गायों और बैलों की जीवनपर्यंत सेवा की जाती है, उन्हें कसाइयों को नहीं बेचा जाता है.” उन्होंने कहा कि मेनका गांधी इस्कॉन की प्रशंसक रही हैं. उनके इस बयान से इस्कॉन के सभी शुभचिंतक हैरान हैं.
Response to the unsubstantiated and false statements of Smt Maneka Gandhi.
ISKCON has been at the forefront of cow and bull protection and care not just in India but globally.
The cows and bulls are served for their life not sold to butchers as alleged. pic.twitter.com/GRLAe5B2n6
— Yudhistir Govinda Das (@yudhistirGD) September 26, 2023
गोविंदा दास ने बयान में कहा, “इस्कॉन ने दुनिया के कई हिस्सों में गाय संरक्षण का बीड़ा उठाया है, जहां गोमांस एक मुख्य आहार है.” बयान में कहा गया है, “वर्तमान में इस्कॉन की गौशालाओं में कई गायों को छोड़ दिए जाने, घायल होने या वध से बचाए जाने के बाद लाया गया है. ”
मेनका गांधी से मांगे सबूत
वहीं इस्कॉन के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) राधारमण दास ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने मेनका गांधी की टिप्पणियों की निंदा की. पीआरओ ने मेनका गांधी से सबूत भी मांगे. इस्कॉन पीआरओ ने यह भी दावा किया कि मेनका गांधी अनंतपुर गौशाला नहीं गईं थीं. उन्होंने कहा कि गौशाला में काम करने वाले कर्मचारियों ने उन्हें नहीं देखा.
-भारत एक्सप्रेस
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