राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला
Lok Sabha Election 2024: फोटो सेशन और हाथ मिलाने के बाद 26-विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ के लिए असली चुनौती सीट बंटवारे की है. उसमें भी कांग्रेस की स्थिति तो विकट ही है. सूत्रों के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) और लालू प्रसाद की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच गहन बातचीत के बावजूद, आगामी 2024 लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर समझौता नहीं हो पाया है. सीतामढ़ी, सिवान जैसी कई सीटों पर तकरार जारी है. उधर दिल्ली और पंजाब को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में भी सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस की स्थिति यूपी और बिहार में भी ऐसी ही है. हालांकि, पार्टी के लिए ताजा परेशानी की वजह जम्मू कश्मीर है.
कश्मीर में कांग्रेस का मसला
दरअसल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के बीच सिर्फ उन्हीं सीटों का बंटवारा होना चाहिए जहां बीजेपी के जीतने का चांस अधिक है. ऐसे में मुस्लिम बाहुल्य कश्मीर में बीजेपी के जीतने का चांस कम है. ऐसे में शायद ही नेशनल कॉन्फ्रेंस कश्मीर में सीट शेयरिंग के लिए राजी हों, क्योंकि 2019 में अब्दुल्ला की पार्टी ने श्रीनगर, बारामुला और अनंतनाग सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि, महबूबा की पार्टी पीडीपी ने इन सीटों को छोड़ने की हामी भर दी है. इंडिया ब्लॉक की मुंबई बैठक के दौरान महबूबा ने इस बात का जिक्र किया था.
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बिहार में भी सीट को लेकर बवाल
वहीं, इंडिया ब्लॉक की मुंबई बैठक के बाद, नीतीश कुमार ने बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा करने के लिए लालू प्रसाद से मुलाकात की थी. सूत्रों के मुताबिक, इंडिया ब्लॉक के दोनों बिहारी नेताओं के बीच हुई शुरुआती दौर की बातचीत में इस बात पर सहमति बनी कि जदयू और राजद दोनों 16-16 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस और तीन वामपंथी दलों को बाकी के 8 सीटें दी जाएंगी. हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. बिहार में कांग्रेस कम से कम 10 सीटों की मांग कर रही है.
इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने 14 सदस्यीय समन्वय समिति भी बनाई है, जिसका लक्ष्य सीट-बंटवारे की चर्चा में तेजी लाना और सितंबर के अंत तक एक फॉर्मूले को अंतिम रूप देना है. हालांकि,सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक किसी भी दलों के बीच बात नहीं बन पाई हैं. अब सवाल ये हैं कि इंडिया ब्लॉक के 28 दल कांग्रेस की झोली भड़ेंगे या गठबंधन तोड़ेंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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