देव दीपावली पर वाराणसी में जलाए जाएंगे 10 लाख दिए
देशभर में 8 नवंबर को देव दीपावली पर काशी विश्वनाथ धाम परिसर में अलौकिक छटा बिखरेगी. लोकार्पण समारोह की तर्ज पर ही काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को सजाया जाएगा. विशाखापट्टनम के डेकोरेटर बिना शुल्क के बाबा के धाम को सजाएंगे.
धर्म नगरी काशी (Kashi) में कार्तिक पूर्णिमा के दिन भव्य तरीके के देव दीपावली मनाई जाएगी. इस बार देव दीपावली पर बनारस के घाटों पर 10 लाख दीये जलेंगे, जबकि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को 80 लाख रुपये के फूलों से सजाया जाएगा. काशी में होने वाली देव दीपावली की छटा देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है.
काशी विश्वनाथ धाम में देव दीपावली महोत्सव को भव्य बनाने ने के लिए मंदिर प्रशासन जुटा है. बाबा विश्वनाथ का धाम 80 लाख रुपये के फूलों से सजेगा. विशाखापट्टनम के कारीगर बिना शुल्क के बाबा के धाम को सजाएंगे. CM योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार देव दीपावली पर काशी विश्वनाथ धाम की अलौकिक छटा काशी आने वाले पर्यटकों के लिए भव्य बनाने की तैयारी है.
देशभर में 8 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी. इस बार की देव दीपावली वाराणसी के लिए बेहद खास रहेगी जब घाटों को लाखों दीयों से सजाया जाएगा. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. काशी की गंगा सज धजकर तैयार हैं. अब इंतजार कार्तिक पूर्णिमा की शाम का किया जा रहा है जब सूर्य के ढलते ही बनारस के सभी घाट दीये की रोशनी से जगमग हो उठेंगे.
देव दीपावली को इस बार भव्य रूप दिया गया है. बनारस के सभी चौरासी घाटों पर 10 लाख दीये जलाये जाएगे जो कि रिकार्ड के रूप में दर्ज होगा. बाबा विश्वनाथ के दरबार को भी खास तरीके से सजाया जाएगा. इस ख़ास पल का दीदार करने के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है.
गंगा घाट पर कन्याएं करेंगी आरती
इस बार देव दीपावली पर मां गंगा की महाआरती में नारी शक्ति की एक अदभुत झलकी देखने को मिलेगी. 51 देव कन्याओं से माँ गंगा की आरती की जाएगी. घाट पर इंडियागेट की अनुकृति बनाई गई है, जिसमें वायु सेना,थल सेना,जल सेना और एनडीआरएफ के जवान अमर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देंगे.
काशी में देव दीपावली की साल साल 1985 में पंचगंगा घाट से हुई थी. पहली बार क्रिकेट खेलने वाले 5 युवकों ने घाट पर दीये जलाकर देव दीपावली की शुरुआत की थी. धर्मचार्यों के मुताबिक देव दीपवाली के दिन स्वर्ग से देव गण काशी आते हैं और गंगा में स्नान करने के बाद दीपावली मानते हैं. कोरोना के बाद मंदी की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग के लिए भी देव दीपावली किसी संजीवानी से कम नहीं है. इस खास मौके के लिए नाव, बजड़ो और क्रूज की बुकिंग लाखों रूपये में हुई है. यही नहीं बनारस के सभी होटल और गेस्ट हाउस फुल हो चुके हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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