सांकेतिक फोटो (सोशल मीडिया)
Lucknow News: लगातार तेज रफ्तार वाहन लोगों अपना शिकार बना रहा है. हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नामिश की तेज रफ्तार एसयूवी ने कुचल दिया था. इसके बाद बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद से राजधानी में तेज रफ्तार से वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और शहर में पहली बार ओवर स्पीडिंग पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन की ओर से कड़े कदम उठाए गए हैं व इस मामले में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है और यूपी समेत अन्य राज्यों के करीब 121 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
लखनऊ में तेज रफ्तार वाहनों पर बड़ी कार्रवाई की गई है. करीब 121 वाहन चालकों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है. यह आंकड़ा फिलहाल एक दिन का नहीं है. ये कार्रवाई एक नवंबर से लेकर 24 नवंबर के बीच की गई है और ओवर स्पीड को लेकर दो या उससे ज्यादा बार चालान कटा गया है. पुलिस विभाग की ओर से ओवर स्पीड के खिलाफ यह पहला बड़ा कदम है. मालूम हो कि, जिन 121 वाहन चालकों के खिलाफ ओवर स्पिडिंग का मुकदमा दर्ज किया गया है. उनमें से 102 वाहन चालक लखनऊ के ही रजिस्टर्ड हैं. तो वहीं 19 वाहन दूसरे जिलों के हैं. जिन वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें से एक गाजियाबाद, एक नोएडा, एक हरदोई, एक दिल्ली, एक बहराइच, एक लखीमपुर खीरी, एक झांसी, एक वाराणसी, दो सीतापुर, दो बरेली, चार कानपुर समेत तीन वाहन उत्तर प्रदेश के बाहर से हैं, यानी इनमें से एक वाहन गुजरात तो एक महाराष्ट्र और एक पंजाब का है.
आईटीएमएस की ली गई मदद
वाहनों के चालान को लेकर लखनऊ पुलिस ने मीडिया को जानकारी दी कि, वाहनों पर की गई एफआईआर आईटीएमएस प्रभारी सुधीर बाबू की तहरीर पर दर्ज की गई है और वाहन चालकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 और आईपीसी की धारा 336 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन सभी वाहन नंबरों को आईटीएमएस की ओर से किए गए चालान की मदद से इकट्ठा किया गया है. इसी तरह आगे भी कार्रवाई की जा रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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