Parliament Session Controversy: डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान को लेकर मचे बवाल के बीच अब पार्टी के सांसद सेंथिल कुमार ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. संसद के शीतकालीन सत्र में डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने हिंदी हार्टलैंड को गोमूत्र कहा है. इसको लेकर बीजेपी ने जहां जमकर विरोध प्रदर्शन किया तो पार्टी के ही कई सांसदों और नेताओं ने इसे सनातन का अपमान तक बता दिया. इस बीच पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी इस बयान की निंदा की संसद के पटल पर मांफी मांगने की मांग तक कर डाली.
दरअसल, DMK सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस. ने लोकसभा में मंगलवार को हिंदी भाषी राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी केवल हिंदी पट्टी वाले राज्यों में ही जीत दर्ज कर सकती है. इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी राज्यों में चुनाव जीतना है, जिन्हें हम आम तौर पर ‘गौमूत्र’ राज्य कहते हैं.
क्या बोले थे सेंथिल कुमार
सांसद सेंथिल कुमार मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भाजपा की भारी जीत पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. अपने भाषण के दौरान वे दक्षिण भारतीय राज्यों तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भाजपा के प्रदर्शन पर भी बोले. वहीं जब इस मुद्दे पर विवाद बढ़ गया तो बाद में सेंथिल कुमार एस. ने अपने बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि जब मैंने सदन के अंदर बयान दिया तो उस समय गृह मंत्री और भाजपा सदस्य वहां मौजूद थे. यह कोई विवादास्पद बयान नहीं है. मैं अगली बार कुछ अन्य शब्दों का उपयोग करने का प्रयास करूंगा.
बीजेपी ने बोला हमला
डीएमके सांसद के बयान पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह सनातनी परंपरा का बहुत बड़ा निरादर है. सनातनी परंपरा और सनातनियों का इस तरहा का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा. चाहे DMK हो या कोई भी, जो देश की आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा उसे जनता मुंहतोड़ जवाब देगी. दूसरी ओर बीजेपी की ही सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि यह ओछी मानसिकता का परिचायक है. यह जनादेश है. राज्य की जनता ने विश्वास किया है और भाजपा को वोट दिया है। वहीं, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस बात से हमारा कोई लेना-देना नहीं है.
-भारत एक्सप्रेस