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Budget 2024: इकोनॉमिक सर्वे क्या होता है? जिसे आज किया जाएगा पेश, कल आएगा आम बजट

Budget 2024 Economic Survey 2024: आज संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाएगा. आर्थिक सर्वेक्षण का सिलसिला 1950 से जारी है. जानिए इकोनॉमिक सर्वे क्या होता है.

Economic Survey

आज पेश किया जाएगा इकोनॉमिक सर्वे.

Budget 2024 What is Economic Survey: केंद्र में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट कल यानी 1 फरवरी 2024 को पेश किया जाएगा. इसे अंतरिम या आम बजट भी कहा जाता है. इस बजट को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण पेश करेंगी. निर्मला सीतारमण के लिए उनके कार्यकाल का यह छठा बजट होगा. जब कभी भी अंतरिम बजट पेश किया जाता है तो उससे पहले 31 जनवरी की सरकार संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है. इस सर्वेक्षण को बेहद खास माना जाता है. आइए जानते हैं कि Economic Survey (आर्थिक सर्वेक्षण) क्या होता है?

Economic Survey क्या होता है?

हर साल 1 फरवरी को देश का बजट (Budget 2024) पेश किया जाता है. बजट पेश होने से ठीक एक दिन पहले आर्थिक सर्वेक्षण संदद में पेश किया जाता है. आसान भाषा में कहें तो इससे आने वाले बजट की तस्वीर साफ हो जाती है. यानी बजट में क्या कुछ खास होगा इसकी झलक ‘आर्थिक सर्वेक्षण’ से मिल जाती है. आर्थिक सर्वेक्षण बीते साल की आर्थिक समीक्षा के आधार पर तैयार किया जाता है. इकोनॉमिक सर्वे के जरिए यह आसानी से पता लगाया जा सकता है कि साल भर में किस सेक्टर में कमाई का ग्राफ क्या रहा. साथ ही साल भर में विकास का ट्रेंड कैसा रहा और किस सेक्टर में कौन सी योजनाएं किस प्रकार लागू हुईं.

पहला आर्थिक सर्वेक्षण कब हुआ था पेश?

आर्थिक सर्वेक्षण का सिलसिला साल 1950 से जारी है. वित्तीय वर्ष 1950-51 में पहली बार आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश किया गया था. बता दें कि बजट से एक दिन पहले पेश किया जाने वाला इकोनॉमिक सर्वे बेहद खास होता है.

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दो हिस्सों में पेश किया जाता है आर्थिक सर्वे

इकोनॉमिक सर्वे, बजट का मुख्य आधार होता है. हालांकि यह जरूरी नहीं होता कि इसकी आर्थिक सर्वेक्षण की सिफारिशों को सरकार मान ले. आर्थिक सर्वेक्षण में सरकार की नीतियों, जरूरी आंकड़े सहित क्षेत्रवार आर्थिक रुझानों के बारे में विस्तार के जानकारी प्रस्तुत की जाती है. जिसे दो हिस्सों में पेश किया जाता है. पहले में देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति के बारे बताया जाता है. जबकि, दूसरे हिस्से में अलग-अलग सेक्टर्स के आंकड़े प्रस्तुत किए जाते हैं.

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट

इस आम बजट को लेकर निर्मला सीतारमण पहले इस बात का संकेत दे चुकी हैं कि इसमें कोई बड़े ऐलान नहीं किए जाएंगे. लेकिन, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल यह आखिरी आम बजट होने की वजह से इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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