पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने अपोलो अस्पताल में बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से मुलाकात की. राज्यपाल ने अस्पताल पहुंच कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. बशीरहाट में पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान पुलिस लाठीचार्ज के दौरान घायल होने के बाद सुकांत मजूमदार को बशीरहाट मल्टी-स्पेशिलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
वहीं इस मामले पर विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी का कहना है, “जिस तरह से पश्चिम बंगाल पुलिस ने सुकांत मजूमदार के साथ दुर्व्यवहार किया, वह जानबूझकर किया गया. इस व्यवहार के लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं. उन्हें फिलहाल आईसीयू में रखा गया है.” बता दें कि सुकांत मजूमदार के घायल होने के बाद से राज्य की सियासत और गर्म हो चुकी है. बीजेपी सत्ताधारी दल टीएमसी पर लगातार हमलावर है.
19 फरवरी तक क्षेत्र में धारा 144
पश्चिम बंगाल सरकार ने संदेशखाली सहित सात ग्राम पंचायतों के 500 मीटर के क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 को फिर से लागू कर दिया है. संदेशखाली ब्लॉक में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा के आंदोलन के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 19 फरवरी तक क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया गया है. बंगाल के संदेशखाली की घटनाओं पर उठे राजनीतिक तूफान के कारण मंगलवार को राज्य के दूसरे हिस्से में हिंसा भड़क उठी. संदेशखली ब्लॉक में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पार्टी के आंदोलन से पहले पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में एसपी कार्यालय के आसपास लगाए गए निषेधाज्ञा आदेशों की अवहेलना करने के प्रयासों के बाद मंगलवार को पुलिस कर्मियों और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुईं.
टीएमसी नेता शाजहां शेख के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा
विरोध प्रदर्शन करने से रोके जाने के बाद पार्टी के राज्य प्रमुख सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता बशीरहाट में पुलिस से भिड़ गए. पुलिस कर्मियों को पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला करते हुए देखा गया क्योंकि कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़ कर गांव में घुस गए थे. पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज करने से गांव में अफरा-तफरी मच गई. संदेशखाली में महिलाएं टीएमसी नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके खिलाफ किए गए कथित अत्याचारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रही हैं. इससे पहले, कथित भूमि राशन आवंटन घोटाले और कथित बलात्कार की घटनाओं में टीएमसी नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग करते हुए, स्थानीय लोगों, विशेष रूप से महिलाओं ने, हाथों में चप्पलें लेकर, संदेशखाली के विभिन्न हिस्सों में मार्च किया.
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